बीसीसीआई से माफी मांग कर मुकर रहे ACC-PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी

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नई दिल्ली : एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने बुधवार को दावा किया कि उन्होंने कभी भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से माफी नहीं मांगी। दरअसल, एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता, लेकिन मुकाबले के बाद ट्रॉफी वितरण को लेकर जो विवाद खड़ा हुआ, उसने क्रिकेट प्रशासकों और फैंस दोनों के बीच गर्मी बढ़ा दी। इससे पाकिस्तान क्रिकेट टीम और  मोहसिन नकवी की खूब किरकिरी हुई थी।

मैच में भारत ने पहले ही फैसला कर लिया था कि वह ट्रॉफी नकवी के हाथ से नहीं लेंगे, जबकि नकवी बेशर्मी की हद पार करते हुए ट्रॉफी और मेडल अपने साथ ले गए और एशियन क्रिकेट काउंसिल के ऑफिस तक में भेज दिया। इस घटना ने पीसीबी की साख पर सवाल खड़ा कर दिया था।

इस घटना के बाद कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि नकवी ने बीसीसीआई से माफी मांगी। हालांकि, अब नकवी ने इन रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने न कभी बीसीसीआई से माफी मांगी है और न ही कभी मांगेगे। नकवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘भारतीय मीडिया झूठ पर फलता-फूलता है, तथ्यों पर नहीं। 

मैं यह बिल्कुल स्पष्ट कर दूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है और मैंने बीसीसीआई से कभी माफी नहीं मांगी है और न ही कभी मांगूंगा।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘एसीसी अध्यक्ष के तौर पर, मैं उसी दिन ट्रॉफी सौंपने के लिए तैयार था और अब भी तैयार हूं। अगर वे सचमुच इसे चाहते हैं, तो वे एसीसी कार्यालय आकर मुझसे इसे ले सकते हैं।’

इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि नकवी ने बीसीसीआई से माफी मांगी। नकवी ने कहा, ‘जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था।’  नकवी ने यह भी कहा कि यह घटना किसी तरह की नाराजगी पैदा करने के लिए नहीं थी और भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए बेहतर समन्वय और संवाद किया जाएगा। हालांकि, नकवी ने ट्रॉफी लौटाने से इनकार कर दिया और सूर्यकुमार से दुबई के एसीसी ऑफिस आकर ट्रॉफी ले जाने को कहा है।

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आशीष शेलार ने मीटिंग में कहा कि बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने पहले ही एसीसी को पत्र लिखकर ट्रॉफी और पदक भेजने की मांग की थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सैकिया ने कहा था, ‘हमारे खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत से यह खिताब जीता है, और उन्हें उनका पुरस्कार मिलना चाहिए।’

कोई जवाब न मिलने पर बीसीसीआई के प्रतिनिधि अशिष शेलार और राजीव शुक्ला ने एसीसी की बैठक से बीच में ही बाहर निकलकर विरोध जताया था। बीसीसीआई चाहता है कि ट्रॉफी और पदक एसीसी के दुबई कार्यालय में पहुंचाए जाएं, जहां से भारतीय बोर्ड इसे प्राप्त कर सके। 

लेकिन शेलर को इस पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके चलते शेलार और शुक्ला ने मीटिंग से बाहर निकलने का फैसला किया। बीसीसीआई अधिकारी ने यह भी कहा कि मीटिंग की शुरुआत में नकवी ने भारतीय अधिकारियों को खिताब जीतने पर बधाई नहीं दी।

फाइनल के बाद पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में भारतीय टीम ने नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। भारतीय कप्तान सुर्यकुमार यादव ने फिर मीडिया से बातचीत में बताया कि खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम के अंदर नहीं गए और बाहर खड़े रहे। 

उन्होंने कहा कि खिलाड़ी लगभग एक घंटे तक ट्रॉफी लेने के लिए इंतजार करते रहे। सुर्यकुमार ने कहा, ‘हमने दरवाजा बंद नहीं किया और अंदर नहीं बैठे। हमने किसी को प्रेजेंटेशन के लिए इंतजार नहीं कराया। ट्रॉफी लेकर भाग गए नकवी। मैंने यही देखा। कुछ लोग वीडियो बना रहे थे, लेकिन हम वहीं खड़े थे। हम अंदर नहीं गए।’