झारखंड : रावण दहन पर बारिश का साया, रांची समेत 11 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट

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रांची : झारखंड की राजधानी रांची समेत अधिकतर जिलों में नवरात्रि के समापन विजयदशमी के दिन रावण दहन किया जाता है. इस बार विजयदशमी यानी दशहरा 2 अक्टूबर को है. इस दिन रांची में कम से कम 5 जगहों पर बड़े पैमाने पर रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन होता है. इनमें से 2 कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हिस्सा लेने वाले हैं. दूसरी तरफ, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि रांची समेत 11 जिलों में भारी बारिश हो सकती है. अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई, तो रावण दहन में बारिश खलल डाल सकता है.

दरअसल, बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव के क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) के डिप्रेशन (अवदाब) में तब्दील होने की संभावना है. यह आगे उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और तीव्र होकर डीप डिप्रेशन यानी गहरे अवदाब में बदल जायेगा. इसके 3 अक्टूबर की सुबह दक्षिण ओडिशा-उत्तर आंध्रप्रदेश तटों को पार करने की संभावना है.

इस मौसमी प्रणाली के असर से झारखंड में 2 अक्टूबर से बारिश का दौर शुरू हो जायेगा. यह 4 अक्टूबर तक चलेगा. 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर तक राज्य में लगभग सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होगी. कुछ जिलों में भारी बारिश से बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है. मौसम विभाग ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और आवश्यक सावधानी बरतें. इस दौरान वज्रपात और आंधी की भी आशंका है.

इसलिए कहा जा रहा है कि इस बार रावण दहन पर बारिश का साया मंडरा रहा है. तेज हवा की वजह से रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों के गिरने की भी आशंका रहेगी. अगर भारी बारिश हुई, तो इस दौरान रावण दहन देखने वालों की संख्या कम हो सकती है. साथ ही पुतले के और उसके अंदर रखे गये पटाखों के गीला हो जाने की आशंका है, जिससे रावण का पुतला पूरी तरह नहीं जल पायेगा.

बहरहाल, मौसम विभाग ने यह नहीं बताया कि राजधानी रांची में कब बारिश होगी. वहीं, रावण दहन का आयोजन करने वालों के साथ-साथ रावण दहन देखने वाले श्रद्धालु भी दुआ कर रहे हैं कि जिस समय रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को जलाया जायेगा, उस समय भगवान बारिश न दे, ताकि वे रावण दहन का मजा ले सकें. उनका मजा किरकिरा न हो.