भारत से भूटान पहुंची बौद्ध परंपरा की सबसे पूजनीय वस्तु, पीएम मोदी ने पड़ोसी देश को कहा- शुक्रिया

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नई दिल्ली : पीएम मोदी के भूटान दौरे से पहले भारत की तरफ से भूटान को बेहद ही अहम वस्तु सौंपी गई। भारत की तरफ से पड़ोसी देश को भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष सौंपे। पिपरहवा-कपिलवस्तु अवशेष के नाम से जाने जाने वाले ये अवशेष बहुत अधिक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व रखते हैं। ये दुनिया भर की बौद्ध परंपरा में सबसे पूजनीय वस्तुओं में से हैं। ये भगवान बुद्ध की शारीरिक उपस्थिति और स्थायी आशीर्वाद से सीधा और ठोस जुड़ाव प्रदान करते हैं।

पीएम मोदी ने इस संबंध में कहा कि भारत से भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आदरपूर्वक स्वागत करने के लिए भूटान के लोगों और लीडरशिप का दिल से धन्यवाद। ये अवशेष शांति, दया और सद्भाव के हमेशा रहने वाले संदेश की निशानी हैं। भगवान बुद्ध की शिक्षाएं हमारे दोनों देशों की साझा आध्यात्मिक विरासत के बीच एक पवित्र कड़ी हैं।

पीएमओ की तरफ से फेसबुक पोस्ट में लिखा गया कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री ने झुंग द्रात्शांग के सदस्यों, महामहिम के सेक्रेटेरिएट के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ आज ताशीछोडजोंग में भारत से भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष प्राप्त किए। इन पवित्र अवशेषों को भूटान पहुंचने पर, एक चिपड्रेल जुलूस में ले जाया गया। इसे ताशीछोडज़ोंग के कुएनरे आंगन में सशस्त्र बलों की तरफ से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ये अवशेष महामहिम चौथे ड्रुक ग्यालपो की 70वीं जयंती के उपलक्ष्य में 12 से 17 नवंबर 2025 तक सार्वजनिक दर्शन के लिए ताशीछोडज़ोंग के ग्रैंड कुएनरे में रखे जाएंगे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को दो दिवसीय भूटान यात्रा पर जाएंगे। उनकी इस यात्रा में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा तथा वह दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक विशाल जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन करेंगे। मोदी 11-12 नवंबर की अपनी भूटान यात्रा के दौरान भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे के साथ व्यापक मुद्दों पर बातचीत करेंगे।