बदायूं : यूपी के बदायूं स्थित बिसौली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कक्षा नौ की छात्रा को घर बुलाकर युवक ने दुष्कर्म किया। उसका वीडियो बना लिया और उसे वायरल करने की धमकी देकर आरोपी कई महीनों तक दुष्कर्म करता रहा। जब वह पांच महीने की गर्भवती हो गई तो वह गुमसुम रहने लगी।
उसने अपने परिजनों को पूरा मामला बता दिया। इसके बाद पीड़ित ने थाना पुलिस को शिकायती पत्र दिया लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी। इसी दौरान आरोपी ने अपने बिरादरी को बुलाकर पंचायत बुला ली। जहां तय हुआ कि उसका गर्भपात कराके उसकी शादी अच्छी जगह आरोपी का परिवार करेगा। इसके बाद बगरैन कस्बे में ले जाकर उसका गर्भपात करा दिया। छात्रा की शादी 40 के व्यक्ति के साथ तय कर दी। यह देख परिवार के लोगों ने शादी करने से मना दिया और एसएसपी को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले से अवगत कराया। एसएसपी के निर्देश के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी 14 वर्षीय बेटी कक्षा नौ में पढ़ती है। पड़ोसी युवक सोमवीर उर्फ भोला बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया था। आरोप है कि उसने किशोरी को डरा-धमकाकर कई महीनों तक दुष्कर्म किया। आरोपी ने वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी, जिसके कारण किशोरी डरकर चुप रही। कुछ समय बाद जब लड़की गुमसुम रहने लगी, तो परिजनों ने उससे पूछताछ की। 19 सितंबर को बिसौली में कराए गए अल्ट्रासाउंड में किशोरी पांच महीने छह दिन की गर्भवती पाई गई।
मामला सामने आने पर इसे एक पंचायत में ले जाया गया, जो पूर्व प्रधान के घर ग्रामीणों की मौजूदगी में हुई। आरोप है कि पंचायत ने पीड़ित परिवार को धमकी दी कि यदि उन्होंने मामला आगे बढ़ाया तो उन्हें गांव में नहीं रहने दिया जाएगा। पंचायत ने आरोपी पक्ष से 3.40 लाख रुपया जमा कराए और गर्भपात व शादी खुद करवाने का आश्वासन दिया। कुछ दिनों बाद पंचायत के लोग और आरोपी के परिजन किशोरी को बगरैन ले गए। वहां बाजार के पास एक निजी अस्पताल में उसका जबरन गर्भपात करा दिया गया।
इसके बाद, किशोरी की शादी वजीरगंज क्षेत्र के बधौल गांव में 40 वर्षीय एक व्यक्ति से तय कर दी। पंचायत ने परिवार को बताया कि शादी पर 1.70 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। जब पिता ने बेटी की नाबालिग उम्र का हवाला देकर शादी से इनकार किया, तो पंचायत और आरोपी पक्ष ने उन्हें गांव से निकालने की धमकी दी। पीड़ित परिवार ने बिसौली थाने में शिकायती पत्र दिया और सात नवंबर को ऑनलाइन शिकायत भी की। लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके बाद एसएसपी को शिकायती पत्र दिया जिसके बाद उन्होंने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
