आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी

Italy-PM-Jorliya

नई दिल्ली : इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने रविवार 23 नवंबर 2025 को जोहान्सबर्ग में  जी20 समिट के दौरान भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ एकजुटता दिखाई और आतंकवाद से लड़ने के लिए मिलकर काम करने का अपना वादा दोहराया.

इंडियन पीएमओ की तरफ से जारी एक प्रेस बयान में कहा गया, “पीएम मेलोनी ने दिल्ली में हुई आतंकी घटना पर भारत के साथ एकजुटता दिखाई और आतंकवाद के खतरे से लड़ने के लिए मिलकर काम करने के इटली के पक्के वादे को दोहराया.” इसमें कहा गया कि दोनों नेताओं ने ‘आतंकवाद की फाइनेंसिंग का मुकाबला करने के लिए भारत-इटली जॉइंट इनिशिएटिव’ को अपनाया.

बयान में कहा गया, “इस पहल का मकसद आतंकवाद का मुकाबला करने पर आपसी सहयोग को गहरा करना और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) और ग्लोबल काउंटर टेररिज्म फोरम (GCTF) सहित ग्लोबल और मल्टीलेटरल प्लेटफॉर्म पर सहयोग करना है.” दोनों नेताओं ने इस साल जून की शुरुआत में कनाडा (Canada) के कनानास्किस (Kananaskis) में जी7 समिट (G7 Summit) के दौरान थोड़ी देर बातचीत की थी.

मीटिंग के दौरान, नेताओं ने ट्रेड और इन्वेस्टमेंट, डिफेंस, सिक्योरिटी, स्पेस, साइंस और टेक्नोलॉजी, एजुकेशन और लोगों के बीच रिश्तों जैसे सेक्टर्स में बाइलेटरल स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप में हुए डेवलपमेंट्स का रिव्यू किया और पॉजिटिव तरीके से उनका आकलन किया. दोनों नेताओं ने जॉइंट स्ट्रेटेजिक एक्शन प्लान 2025-29 की प्रोग्रेस पर खुशी जताई.

नेताओं ने इस साल नई दिल्ली (New Delhi) और ब्रेशिया (Brescia) में हुए दो बिजनेस फोरम का भी स्वागत किया, जिसमें रिस्पेक्टिव इंडस्ट्रीज़ की मजबूत भागीदारी थी. नेताओं ने बिजनेस, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और इन्वेस्टमेंट पार्टनरशिप बढ़ाने के लिए चल रही कोशिशों पर ध्यान दिया, जिसका मकसद दोनों अर्थव्यवस्थाओं की कॉम्पिटिटिवनेस को बढ़ाना और मजबूत सप्लाई चेन बनाना है.

नेताओं ने हाल ही में एक इटैलियन स्पेस डेलीगेशन के भारत दौरे की तारीफ की, जिससे इस डोमेन में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों लेवल पर सहयोग बढ़ेगा. पीएम मेलोनी ने आपसी फायदे वाले भारत-ईयू फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को पूरा करने और 2026 में भारत द्वारा होस्ट किए जाने वाले AI इम्पैक्ट समिट की कामयाबी के लिए इटली के मजबूत सपोर्ट को दोहराया.

इस दौरे ने दोनों देशों के बीच रेगुलर हाई-लेवल बातचीत की परंपरा को फिर से पक्का किया. दोनों नेताओं ने अपनी बातचीत जारी रखने और डेमोक्रेसी, कानून के राज और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के अपने शेयर्ड वैल्यूज को बनाए रखने के लिए मल्टीलेटरल और ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर मिलकर काम करने की उम्मीद की.