कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में विवाद सुलझाने के लिए बुलाई गई कंगारू कोर्ट (सलिशी सभा) अचानक हिंसा में बदल गई। इस दौरान टीएमसी कार्यकर्ता इकरामुल शेख (45) पर धारदार हथियार से हमला किया गया, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना में पांच अन्य लोग भी घायल हुए। एसपी प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और सात लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
घटना कालीचक थाना क्षेत्र के राजनगर में हुई, जहां दो स्थानीय टीएमसी नेताओं इकरामुल शेख और बूथ अध्यक्ष शमसुल शेख के बीच कई दिनों से तनाव चल रहा था। दोनों ने पुलिस से भी संपर्क किया था, लेकिन परिजनों का दावा है कि कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई।
मामला उस समय गंभीर हो गया जब मंगलवार को खड़ी मक्के की फसल को एक ट्रैक्टर ने नुकसान पहुंचा दिया। विवाद निपटाने के लिए स्थानीय टीएमसी नेताओं ने राजनगर मॉडल मदरसा में ‘सलिशी सभा’ बुलाई।
चश्मदीदों के अनुसार, सुनवाई के दौरान स्थानीय नेता ने शमसुल को कान पकड़कर उठक-बैठक करने को कहा। इससे गुस्साए शमसुल ने अचानक एक धारदार हथियार निकालकर इकरामुल पर हमला कर दिया। हमले में इकरामुल बुरी तरह घायल हो गए और आसपास मौजूद कई लोग भी जख्मी हो गए। इकरामुल को मालदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
भाजपा ने घटना को राज्य में कानून-व्यवस्था की नाकामी बताया। जिला महासचिव बिष्णुजीत रॉय ने कहा टीएमसी के शासन में पुलिस प्रशासन खत्म हो चुका है। लोग मजबूरन ऐसी बैठकों में न्याय ढूंढ रहे हैं। वहीं टीएमसी ने इसे पारिवारिक विवाद बताया। जिला महासचिव बिष्णुजीत घोष ने कहा भाजपा हर घटना में टीएमसी को घसीटने की कोशिश करती है। कानून अपना काम करेगा।
