नई दिल्ली : संसद का मानसून सत्र आज यानी सोमवार से शुरू हो रहा है। इसी क्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इस सत्र के दौरान विपक्ष भी ‘नीट’ पेपर लीक और रेल सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नीट यूजी परीक्षा के कथित पेपरलीक के मुद्दे पर हंगामा शुरू हो गया है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान नीट मुद्दे पर बयान दे रहे थे, जिस पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष का आरोप है कि नीट विवाद की वजह से कई छात्रों की मौत हुई।
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ‘देश में इस समय सबसे ज्वलंत मुद्दा नीट परीक्षा का है। इसे लेकर काफी विवाद चल रहा है। साथ ही कांवड़ यात्रा, जम्मू कश्मीर के मुद्दे भी गंभीर हैं। महंगाई और अग्निपथ योजना का मुद्दा भी उठाया जाएगा। केसी वेणुगोपाल ने सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने की छूट के फैसले की भी आलोचना की और कहा कि सरकार ने जनादेश से ऐसा लगता है कि कोई सीख नहीं ली है।’
संसद के मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं क्योंकि विपक्ष ने संकेत दिए हैं कि नीट का मुद्दा देश में फिलहाल सबसे अहम है और सदन में इस पर चर्चा होनी चाहिए। कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा कि ‘नीट मुद्दा देश के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। हम आतंकवादी हमलों में वृद्धि का मुद्दा भी उठाएंगे। भारत में रेल दुर्घटनाओं में वृद्धि, महंगाई जैसे मुद्दे भी उठाए जाएंगे। सरकार को यूपीएससी अध्यक्ष के इस्तीफे पर भी बयान देना चाहिए।’
प्रधानमंत्री ने कहा ‘देशवासियों ने हमें यहां देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं भेजा है। ये सदन दल के लिए नहीं, देश के लिए है। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी सांसद पूरी तैयारी के साथ चर्चा को समृद्ध करें, कितने ही विरुद्ध विचार होंगे। देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है बल्कि देश को प्रगति की विचारधारा से आगे बढ़ाना है। हम लोकतंत्र के इस मंदिर से भारत की सामान्य मानविकी की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।’