रामगढ़ : झारखंड में इन दिनों जंगली हाथियों का उत्पात लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी रांची से करीब 35 किलोमीटर दूर रामगढ़ जिले के वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र में हाथियों के हमले से हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। अलग-अलग घटनाओं में दो महिलाओं सहित चार लोगों की हाथियों द्वारा कुचलकर मौत हो गई, जिससे पूरे इलाके में भय का माहौल है।
पहली घटना मंगलवार शाम करीब चार बजे की बताई जा रही है। सारुबेडा सीसीएल में गार्ड के पद पर कार्यरत 35 वर्षीय अमित रजवार अपने कुछ साथियों के साथ जंगल में हाथियों के झुंड के पास मोबाइल से फोटो ले रहा था। इसी दौरान एक हाथी भड़क गया और लोगों को दौड़ा लिया। अमित भाग नहीं सका और हाथी ने उसे पटक-पटक कर मार डाला, जबकि अन्य लोग किसी तरह जान बचाने में सफल रहे।
दूसरी घटना रात करीब साढ़े दस बजे हुई, जब गिद्दी निवासी अमूल महतो बाइक से रामगढ़ से घाटों की ओर जा रहा था। रास्ते में हाथियों के झुंड ने उसे घेर लिया और कुचलकर उसकी जान ले ली। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत और बढ़ गई।
इन घटनाओं के अलावा लखन करमाली की पत्नी सावित्री देवी और दशरथ मांझी की पत्नी पार्वती देवी की भी हाथियों के हमले में मौत हो गई। लगातार हो रही मौतों ने ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया है। घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार सुबह नया मोड़-घाटों को जोड़ने वाली सड़क को चार नंबर के पास जाम कर दिया और वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि हाथी-मानव संघर्ष को रोकने में वन विभाग नाकाम साबित हो रहा है।
वन विभाग के रेंजर बटेश्वर पासवान ने बताया कि वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र में हाथियों के हमले से चार लोगों की मौत हुई है। प्रशासन और वन विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन ग्रामीणों में भय और आक्रोश अभी भी बना हुआ है।
