नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की एक टीम को सम्मानित किया। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की इस टीम ने पिछले साल ओडिशा में एक डिस्टिलरी ग्रुप के खिलाफ छापेमारी के दौरान देश में अभी तक की सबसे ज्यादा 352 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी।
भारत में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के 165 साल पूरे होने पर आयोजित एक खास कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में इनकम टैक्स जांच के प्रमुख निदेशक एस. के. झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व वाली इनकम टैक्स टीम को ‘सीबीडीटी उत्कृष्टता प्रमाणपत्र’ से सम्मानित किया।
भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के 2010 बैच के अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने पिछले साल 6 दिसंबर को ओडिशा स्थित एक डिस्टिलरी ग्रुप के कई परिसरों में ‘खुफिया जानकारी’ के आधार पर छापा मारने में अहम भूमिका निभाई थी। आयकर विभाग का वो तलाशी अभियान 10 दिन तक चला था। इस दौरान कुल 351.8 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी जिसे देश में ‘किसी एजेंसी के एक ही अभियान में सबसे बड़ी जब्ती’ बताया गया था।
निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की उस टीम के दो अन्य सदस्यों- आयकर उपनिदेशक एच. के. दास और आयकर निरीक्षक पी. के. सिंह को भी प्रमाण पत्र सौंपे। ये पुरस्कार आयकर विभाग के प्रशासनिक निकाय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने पहली बार स्थापित किया है। यहां विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी भी मौजूद थे।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के 165 साल पूरे होने के मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्री ने देश के टैक्सपेयर्स का भी आभार व्यक्त किया। निर्मला सीतारमण ने कहा, ” मैं अपने ईमानदार टैक्सपेयर्स के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करती हूं, जिनके कल्याण, विकास और आकांक्षाओं की वजह से आज भारत की अर्थव्यवस्था चल रही है।”