बरेली-NewsXpoz : उत्तर प्रदेश में बरेली के फरीदपुर थाना प्रभारी रामसेवक ने तीन स्मैक तस्कर पकड़ने के बाद उनमें से दो को सात लाख रुपये लेकर छोड़ दिया। तीसरे के थाने में बंद रहने के दौरान उसके करीबियों की आवाजाही से मामला चर्चा में आ गया।
इसकी खबर एसएसपी अनुराग आर्य तक पहुंची तो उन्होंने बृहस्पतिवार सुबह-सुबह एसपी दक्षिणी और सीओ को जांच करने थाने भेजा। छापा पड़ते ही इंस्पेक्टर दीवार फांदकर एक दलाल के साथ भाग निकला। तलाशी के दौरान उसके आवास से 9.96 लाख रुपये बरामद किए गए। इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।
फरीदपुर पुलिस ने बुधवार रात गांव नवदिया अशोक निवासी आलम व नियाज अहमद सहित तीन लोगों को स्मैक तस्करी के आरोप में पकड़ा था। उनके पकड़ते ही गिरोह सरगना व अन्य साथी सक्रिय हो गए।
उन्होंने रात में ही इंस्पेक्टर रामसेवक से उन्हें छोड़ने की बात की। दो लोगों को छोड़ने का सौदा सात लाख रुपये में तय हुआ। तीसरा व्यक्ति रुपये नहीं दे पाया तो उसे इंस्पेक्टर ने नहीं छोड़ा। सात लाख रुपये लेने के बाद आलम और नियाज को रात में ही छोड़ दिया।
थाने के स्टाफ ने दी सूचना : सूत्रों के मुताबिक इंस्पेक्टर की कारस्तानी की जानकारी थाने के ही किसी कर्मचारी ने एसएसपी अनुराग आर्य को दे दी। उन्होंने बृहस्पतिवार सुबह पहले सीओ गौरव सिंह और फिर एसपी दक्षिणी मानुष पारीक को थाने भेजा। इंस्पेक्टर के कार्यालय पर अधिकारी अपनी टीम के साथ तलाशी लेने लगे तो वह मौका पाकर एक दलाल के साथ थाने से फरार हो गया।
एसपी दक्षिणी ने इंस्पेक्टर कार्यालय के ठीक पीछे बने आवास की तलाशी ली। यहां एक जगह सात लाख तो दूसरी जगह से करीब 2.96 लाख रुपये बरामद किए गए। सीओ ने भ्रष्टाचार संबंधी धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताते हैं कि इंस्पेक्टर सरकारी मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गया।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि शिकायत पर तलाशी ली गई तो फरीदपुर इंस्पेक्टर के कमरे से करीब 9,96,000 रुपये बरामद किए गए हैं। इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई है। इसके अलावा भी इस घटनाक्रम में थाने के किसी कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध मिली तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।