टोकिया/ताइपे : जापान के जलक्षेत्र में चीनी युद्धपोत घुस जाने से हलचलें तेज हो गई हैं। जापान ने दावा किया है कि एक चीनी विमानवाहक पोत ने आज पहली बार उसके निकटवर्ती जलक्षेत्र में प्रवेश किया।जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा, यह सैन्य युद्धाभ्यास की श्रृंखला में नवीनतम है, जिसने पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। चीनी वाहक अपने दो विध्वंसकों के साथ जापान के दक्षिणी योनागुनी और इरिओमोट द्वीपों के बीच से गुजरा तो जापानी खेमे में खलबली मच गई।
जापान ने दावा किया है कि चीनी वाहक एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश किया जो इसके समुद्र तट से 24 समुद्री मील तक फैला हुआ है, जहां जापान संयुक्त राष्ट्र द्वारा परिभाषित कुछ नियंत्रण लगा सकता है। जापान के उप मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोशी मोरिया ने कहा कि टोकियो ने बीजिंग को अपनी “गंभीर चिंताओं” से अवगत कराया है और इस घटना को “जापान व क्षेत्र के सुरक्षा माहौल के दृष्टिकोण से पूरी तरह से अस्वीकार्य” बताया है। मोरिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम अपने देश के आसपास के जल क्षेत्र में चीनी नौसैनिक जहाजों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखना जारी रखेंगे। साथ ही और जानकारी इकट्ठा करने व सतर्कता एवं निगरानी करने के लिए हर संभव उपाय करेंगे।”
ऐसा पहली बार नहीं है, जब चीन ने दूसरे देश की सीमा में घुसने का अवैध प्रयास किया हो, इससे पहले भी वह कई बार ऐसा कर चुका है। जापान ने पिछले महीने चीन के समक्ष विरोध दर्ज कराया था, जब उसका एक नौसैनिक सर्वेक्षण जहाज हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के तुरंत बाद जापानी जल क्षेत्र में प्रवेश कर गया था। जापानी मीडिया के अनुसार जुलाई में जापानी नौसेना के एक विध्वंसक ने ताइवान के पास चीन के क्षेत्रीय जल में एक दुर्लभ प्रवेश किया। हाल के वर्षों में जापान और ताइवान के आसपास चीनी सैन्य गतिविधि में वृद्धि ने टोकियो में चिंताएं बढ़ा दी हैं।