नई दिल्ली : भारतीय ब्लू-चिप सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी लगातार चार सत्रों में रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने के बाद बुधवार को थोड़ा कमजोर दिखे। इसका कारण आईटी और बैंकिंग शेयरों में गिरावट रहा। सुबह 9 बजकर 17 मिनट के आसपास बीएसई सेंसेक्स 64 अंक या 0.08% की गिरावट के साथ 84,850 पर के स्तर पर कारोबार करता दिखा। वहीं, निफ्टी50 30 अंक या 0.12% गिरकर 25,910 के स्तर पर बंद हुआ।
पिछले हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती के बाद से बेंचमार्क सूचकांक हर सत्र में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद नरम पड़े।
सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस और एसबीआई में गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर पावर ग्रिड, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट और टाइटन ने शुरुआती बढ़त दर्ज की।
क्षेत्रीय मोर्चे पर, निफ्टी मेटल में 1.2% की वृद्धि हुई, जो चीन द्वारा अपनी धीमी होती अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की घोषणा के बाद लगातार दूसरे दिन मजबूत हुआ। इस बीच, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, आईटी, पीएसयू बैंक, रियल्टी और हेल्थकेयर इंडेक्स लाल निशान पर खुले।
अलग-अलग स्टॉक में, ईजी ट्रिप प्लानर्स शुरुआती कारोबार में 7.4% गिर गया। ऐसी खबरें आईं हैं कि प्रमोटर निशांत पिट्टी ने ब्लॉक डील के जरिए कंपनी में 8.5% तक की हिस्सेदारी बेची है। वहीं डेल्टा कॉर्प के शेयरों में उसके रियल एस्टेट और हॉस्पिटैलिटी व्यवसायों के डीमर्जर की घोषणा के बाद 10% का उछाल आया।
चीन के शेयर बाजार में बुधवार को उछाल आया। इसका क्षेत्रीय बाजारों पर भी सकारात्मक असर पड़ा और वैश्विक रैली को आगे बढ़ाने में मदद मिली। पिछले सत्र में 4.3% की उछाल के बाद मेन लैंड चीन के ब्लू चिप्स शेयर 3.1% तक चढ़े। हांगकांग का हैंग सेंग 2.2% चढ़ा। इसमें मंगलवार को 4.1% की मजबूती आई थी।
चीन के शेयरों की मजबूत शुरुआत से अन्य एशियाई सूचकांकों को भी बढ़ावा मिला। ताइवान के बेंचमार्क में 1.3% और दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 0.1% की बढ़त दर्ज की गई। जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों के MSCI के सबसे बड़े सूचकांक में 1% की तेजी आई। जापान के निक्केई ने भी शुरुआती कमजोरी को झेलते हुए 0.3% की बढ़त हासिल की। इसे पारंपरिक रूप से सुरक्षित येन में गिरावट से मदद मिली।
एफआईआई/डीआईआई ट्रैकर के अस्थाई आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई)/ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 24 सितंबर 2024 को शुद्ध रूप से 2,784.14 करोड़ रुपये के शेयर बेचे और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 3,868.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। कच्चे तेल की कीमत पिछले सत्र में बढ़ने के बाद बुधवार को नीचे आई। ब्रेंट क्रूड वायदा 14 सेंट गिरकर 74.31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 22 सेंट की गिरावट के साथ 71.35 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।