नई दिल्ली : पाकिस्तान में 15-16 अक्टूबर को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक होगी. इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बैठक में हिस्सा लेने के लिए जयशंकर पाकिस्तान जाएंगे. इस बार पाकिस्तान एससीओ की मेजबानी कर रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है, 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में एससीओ शिखर सम्मेलन होना है. इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. पाकिस्तान एससीओ के सीएचजी की बैठक की मेजबानी कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को आड़े हाथों लेने के कुछ दिन विदेश मंत्री एस जयशंकर की ये यात्रा हो रही है. 28 सितंबर को जयशंकर ने कहा था कि कई देश अपने कंट्रोल से परे परिस्थितियों के कारण पीछे छूट जाते हैं. मगर, कुछ देश जानबूझकर ऐसे फैसले लेते हैं, जिनके विनाशकारी परिणाम होते हैं. इसका उदाहरण हमारा पड़ोसी पाकिस्तान है.
दंड से बचने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए : जयशंकर ने यूएनजीए में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के संबोधन का जिक्र किया. उन्होंने कहा, बीते दिन इसी मंच पर हमने कुछ अजीबोगरीब बातें सुनी थीं. इसलिए मैं अपने देश की स्थिति पूरी तरह स्पष्ट कर देना चाहता हूं. पाकिस्तान की आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी. उसे दंड से बचने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए.
श्रीलंका के दौरे पर एस जयशंकर : 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले एस जयशंकर पड़ोसी मुल्क श्रीलंका पहुंचे हैं. उनका ये दौरान अनुरा कुमार दिसानायके के श्रीलंका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के एक पखवाड़े के अंदर हुआ है. कोलंबो एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, एक बार फिर कोलंबो आकर अच्छा लगा. श्रीलंकाई लीडरशिप के साथ अपनी बैठकों को लेकर उत्साहित हूं.
23 सितंबर को श्रीलंका में एनपीपी की सरकार के सत्ता में आने के बाद जयशंकर श्रीलंका का दौरा करने वाले पहले विदेशी नेता हैं. श्रीलंका पहुंचने पर वहां की विदेश सचिव अरुणी विजयवर्धने ने उनका स्वागत किया. इस दौरान श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा भी मौजूद रहे. जयशंकर के दौरे को लेकर अधिकारियों ने बताया है कि वो श्रीलंका के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या और विदेश मंत्री विजिता हेराथ से मुलाकात कर सकते हैं. जयशंकर श्रीलंका में चल रहीं भारतीय परियोजनाओं पर चर्चा भी करेंगे.