नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश कुमार ने जीत दर्ज की है। उन्होंने बीजेपी के शकूरपुर वार्ड पार्षद किशन लाल को मात दी। मेयर चुनाव के कड़े मुकाबले में आप ने भाजपा को तीन मतों से शिकस्त दी।
मतगणना के दौरान वैध पाए गए 263 मतों में से महेश कुमार को 133 वोट प्राप्त हुए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी किशन लाल को 130 वोट मिले। वहीं, दो मत अवैध करार दिए गए। उधर, चुनाव में आठ सदस्यों ने भाग नहीं लिया। इनमें आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल और कांग्रेस के आठ में से सात पार्षद शामिल थे।
महेश कुमार करोल बाग विधानसभा क्षेत्र के देव नगर के वार्ड 84 से पार्षद हैं। महेश ने डीयू के मोतीलाल नेहरू कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई की है। दिल्ली के नए मेयर चुने जाने पर महेश कुमार खींची ने कहा, “बहुत खुशी का दिन है। सबसे पहले मैं हमारे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दिल से धन्यवाद करता हूं। जिन्होंने छोटे से कार्यकर्ता को इतने बड़े पद पर बैठाया।” हम दिल्ली की भलाई के लिए काम करेंगे।
एमसीडी नियमों के अनुसार, दिल्ली में हर साल महापौर के चुनाव होते हैं। यह चुनाव अप्रैल में होते हैं। पहला कार्यकाल महिलाओं के लिए, दूसरा ओपन कैटेगरी के लिए, तीसरा आरक्षित श्रेणी के लिए और आखिरी दो कार्यकाल फिर से ओपन कैटेगरी के लिए निर्धारित हैं।
आप को क्रॉस वोटिंग होने का डर सता रहा था। उसकी राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल उससे नाराज चल रही हैं। वह पिछले कई माह से अपनी पार्टी की दिल्ली और एमसीडी सरकार को घेरने में लगी हैं। लिहाजा उनके चुनाव में आप उम्मीदवारों को मत देने की संभावना नहीं दिख रही थी, लेकिन उन्होंने मतदान ही नहीं किया। वहीं वार्ड समितियों के चुनाव में आप को तीन जोनों में क्रॉस वोटिंग का सामना करना पड़ा था। उसके कुछ पार्षदों ने पार्टी उम्मीदवारों के बजाए भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान कर दिया था। साउथ जोन में उसके उम्मीदवार हारते-हारते बचे थे।
आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल और कांग्रेस के सात पार्षदों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। जबकि कांग्रेस की पार्षद सबीला बेगम ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए आप को समर्थन देने का एलान किया। इस्तीफा पत्र में लिखा है कि मेयर चुनाव से दूर रहकर हम भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते हैं।