लॉस एंजेलिस : प्रसिद्ध सरोद वादक आशीष खान (84) का निधन हो गया। उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि खान का निधन बृहस्पतिवार को अमेरिका के लॉस एंजिल्स के एक अस्पताल में हुआ। उनके भाई आलम खान ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, मेरे सबसे बड़े भाई, सरोद वादक और मैहर घराने के खलीफा, उस्ताद आशीष खान का निधन हो गया है। पिछले दो दिनों से वह अस्पताल में भर्ती थे।
आशीष का अंतिम संस्कार 20 नवंबर को किया जाएगा। ये जानकारी उनके भाई उस्ताद आलम खान ने इंस्टाग्राम पोस्ट में शेयर की। भतीजे शिराज खान ने भी इंस्टाग्राम पर आशीष खान के निधन की खबर साझा की। उन्होंने कहा, ‘हम भाग्यशाली हैं कि वह हमारे जीवन में हैं और वह हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे।’
शास्त्रीय वाद्य संगीत की इस विभूति को देखने के लिए परिवार के सदस्य, उनके कुछ दोस्त और लॉस एंजिल्स में छात्रों का एक समूह मौजूद था। आलम खान ने लिखा, सरोद को लोकप्रिय बनाने के लिए मेरे भाई ने जॉर्ज हैरिसन, एरिक क्लैप्टन और रिंगो स्टार जैसे अंतरराष्ट्रीय संगीतकारों के साथ बहुत काम किया।
आशीष एक बेहतरीन सरोद वादक और संगीतकार थे। उनके संगीत ने कई संगीतकारों और श्रोताओं को प्रेरित किया है। वह दुनिया भर के कई छात्रों के प्रिय शिक्षक थे। खान के भतीजे शिराज खान ने भी सोशल मीडिया पर यह खबर साझा की और लिखा, अपने जीवन में आपको पाकर हमें सौभाग्य मिला। आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे।
आशीष खान ने बहुत छोटी उम्र में ही सरोद वादन की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। 1939 में मध्य प्रदेश के मैहर में जन्मे आशीष खान ने अपने दादा उस्ताद अलाउद्दीन खान से शुरुआती तालीम ली। दादा सेनिया मैहर घराने के संस्थापक थे। इसके साथ ही उन्होंने अपने पिता उस्ताद अली अकबर खान और चाची अन्नपूर्णा देवी के मार्गदर्शन में भी प्रशिक्षण लिया।
उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को वैश्विक दर्शकों तक पहुंचाने के साथ-साथ विश्व भर के छात्रों को प्रेरित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पंडित रविशंकर और पन्नालाल घोष जैसे दिग्गजों के पदचिन्हों पर चलते हुए 1989 में उन्हें आकाशवाणी के वाद्यवृन्द समूह से जुड़ने का मौका मिला। उन्हें संगीतकार और संचालक नियुक्त किया गया। आशीष खान ने पश्चिमी देशों में जॉर्ज हैरिसन, रिंगो स्टार, एरिक क्लैप्टन, चार्ल्स लॉयड और एलिस कोलट्रैन जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ भी काम किया।