जम्मू : मौसम साफ होने के बाद रविवार को पारंपरिक बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों से अमरनाथ यात्रा बहाल कर दी गई। दोनों रूटों से हजारों श्रद्धालु बम-बम भोले और जय बाबा बर्फानी के जयघोष लगाते हुए पवित्र गुफा की ओर बढ़े। इस बीच शाम तक 22,600 श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में माथा टेका। 29 जून को शुरू हुई यात्रा में अब तक देशभर से 1.60 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।
वही, आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से 6,145 तीर्थयात्रियों का 10वां जत्था 238 वाहनों में रवाना हुआ। बालटाल रूट के लिए 2006 पुरुष, 593 महिलाएं, 14 बच्चे, 80 साधु और चार साध्वियाें के साथ 115 छोटे-बड़े वाहनों में कुल 2697 श्रद्धालु रवाना हुए। इसी तरह पहलगाम रूट के लिए 2689 पुरुष, 625 महिलाएं, 5 बच्चे, 97 साधु, 32 साध्वियों के साथ 123 वाहनों में कुल 3448 श्रद्धालु गए हैं।
अमरनाथ यात्रा के लिए देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। जम्मू में तत्काल पंजीकरण और टोकन पाने के लिए देर रात से ही श्रद्धालु निर्धारित केद्रों तक पहुंच रहे हैं। अभी तक शिव भक्तों का मौसम ने भी साथ दिया है। हालांकि गत दिवस बारिश के कारण एक ही दिन अभी तक यात्रा रुकी है। उमस और गर्मी भी श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं कर पाई है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आ रहे साधु-संत विभिन्न स्वरूपों में दिख रहे हैं।
इन साधु-संतों के आवागमन से पूरा जम्मू शहर शिवमय बना हुआ है। जगह-जगह साधु संत बोले बाबा का गुणगान कर रहे हैं। आगामी दिनों में भी तीर्थ यात्रियों में वृद्धि होने की उम्मीद है। उधर, आधार शिविर भगवती नगर में पहुंची मध्य प्रदेश के इंदौर की तीर्थयात्री मोनिका ने कहा, हम बहुत उत्साहित हैं। हमने अचानक योजना बनाई। निश्चित रूप से भगवान ने हमें बुलाया है। यहां व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं। यहां कोई समस्या नहीं है। प्रशासन हमारा अच्छे से ख्याल रख रहा है। हैदराबाद के विजय भास्कर ने कहा कि वह भगवान शिव के एक रूप बाबा अमरनाथ की झलक पाने के लिए उत्सुक हैं।
इस बार श्रीअमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के साथ नंदी के भी दर्शन हो रहे हैं। श्रीअमरनाथ गुफा के बाहर सीढ़ियों के पास भगवान नंदी की मूर्ति स्थापित की गई है। इस मूर्ति को अयोध्या में रामलला की मूर्ति बनाने वाले प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है।
भगवान नंदी को एक शेड में स्थापित किया गया है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड प्रशासन ने योगीराज को मूर्ति बनाने का न्योता दिया था। योगराज ने सोशल मीडिया पर पूरा ब्योरा साझा किया है। उन्होंने कहा कि जब कोई मौका आशीर्वाद के रूप में मिलता है तो निश्चित रूप से वह 100 फीसदी से अधिक योगदान देने की कोशिश करते हैं। अमरनाथ गुफा के लिए नंदी भगवान की मूर्ति बनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।