नई दिल्ली : देशभर की ऐतिहासिक धरोहरों में आज (बुधवार) को दिवाली मनेगी। उन्हें रोशनी से गुलजार किया जाएगा। दरअसल, यूनेस्को की ओर से आज सुबह भारत के दिवाली पर्व को अमूर्त विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने की उम्मीद है। इसी का उत्सव मनाने के लिए सभी ऐतिहासिक धरोहरों को रोशनी से नहलाकर फिर दिवाली मनाई जाएगी।
इसका मकसद, यूनेस्को प्रतिनिधिमंडल समेत विदेशी मेहमानों को दिवाली से रूबरू कराना है। दिल्ली सरकार विशेष रूप से ऐतिहासिक स्मारकों पर दिवाली जैसी तैयारी कर रही है। मालूम हो कि भारत ने मार्च, 2024 में दिवाली को अमूर्त विश्व धरोहर में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा था।
केंद्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक, इस प्रस्ताव पर बैठक में चर्चा के बाद लाल किले से यूनेस्को की ओर से एलान हो सकता है। बैठक में 180 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
ऐतिहासिक धरोहरों में लाल किला भी शामिल है, जहां यूनेस्को की अमूर्त विश्व धरोहर बैठक चल रही है। लाल किले में विशेष रंगोली और दीपोत्सव का इंतजाम किया गया है। यूनेस्को अधिकारी, विशेषज्ञ, एनजीओ व सांस्कृतिक विरासत से जुड़े लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
फिलहाल, भारत की 15 धरोहरें पहले से इस सूची में जगह बना चुकी हैं। इसमें दुर्गा पूजा, कुंभ मेला, वैदिक मंत्रोच्चार, रामलीला, छऊ नृत्य भी शामिल हैं।
