नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से गुजरात की सरकार भी एक्शन मोड में है. गुजरात में अवैध बांग्लादेशियों पर सरकार की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है. पहलगाम हमले के बाद गुजरात पुलिस हरकत में आ गई है. पुलिस टीमों ने आधी रात को अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के ठिकानों पर छापा मारा और करीब 1000 से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले लिया है.
अहमदाबाद और सूरत में पुलिस की ओर से यह बड़ा अभियान चलाया गया. इसमें 1000 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को हिरासत में लिया गया है. अहमदाबाद में चंदोला झील में तलाशी अभियान चलाया गया है. चंदोला झील से 457 अवैध बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया गया है. सूरत में भी 100 से अधिक बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया गया है. ये लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में रह रहे थे.
पुलिस का तलाशी अभियान देर रात से सुबह तक चला. क्राइम ब्रांच, एसओजी, जोन 6 सहित अन्य टीमों द्वारा कार्रवाई की गई है. बांग्लादेश, पाकिस्तान या अन्य देशों से घुसपैठियों के बारे में जांच की गई है. अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. अहमदाबाद में हिरासत में लिए गए लोगों को फिलहाल कांकरिया फुटबॉल ग्राउंड में रखा गया है, जहां उनसे पूछताछ और दस्तावेजों की जांच की जा रही है.
क्राइम ब्रांच के जेसीपी शरद सिंघल ने टीवी9 से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री और डीजीपी के निर्देश पर कार्रवाई की गई है. चंदोला झील क्षेत्र में अवैध बांग्लादेशी रह रहे थे. सभी से गहन पूछताछ की जा रही है. 2024 में 127 अवैध बांग्लादेशी पाए गए थे, 127 में से 70 बांग्लादेशियों को निर्वासित किया जा चुका है. अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पहचान पत्र बनाकर रह रहे थे. सभी बांग्लादेशियों की तकनीकी जानकारी निकाली जाएगी. यह भी पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि झूठे दस्तावेज किसने बनाए.
यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस निर्देश के बाद शुरू हुई, जिसमें उन्होंने सभी राज्यों को अवैध विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकालने के निर्देश दिए थे.पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद गृह मंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की थी और उन्हें अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान करने और उनके देश वापस भेजने की अपील की थी.