बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद को लेकर भड़की हिंसा ने पूरे शहर को दहला दिया। कानपुर से शुरू हुआ यह विवाद अब अलग-अलग शहरों में फैल गया है। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों के दौरान पथराव, गोलीबारी और आंसू गैस का इस्तेमाल हुआ।
उपद्रवियों की तरफ से हुए पथराव और बवाल के चलते कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए 22 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 30 से ज्यादा को हिरासत में लिया गया है। मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तौकीर रजा को हाउस अरेस्ट कर दिया गया है और उनके खिलाफ FIR दर्ज हो सकती है।
कानपुर से शुरू हुआ ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद अब बरेली और मऊ जैसे शहरों तक पहुंच चुका है। शुक्रवार को बरेली के इस्लामिया मैदान के बाहर जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर जमा हुए। वे ‘आई लव मोहम्मद’ के समर्थन में बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी कर रहे थे।
हालांकि प्रशासन ने पहले ही इलाके में धारा 163 लगा दी थी, बावजूद इसके प्रदर्शनकारी मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति बेकाबू हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर सुनियोजित तरीके से हमला बोला।
भीड़ ने इस्लामिया मैदान से भागकर गलियों में शरण ली और वहां से पत्थरबाजी शुरू कर दी। उपद्रवियों ने अपने साथ बैनर-पोस्टर लाकर पुलिस को निशाना बनाया। हालात काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागे गए। झड़प के दौरान पुलिस पर गोली चलाई गई, जिसके जवाब में फायरिंग की गई।
DIG अजय कुमार ने बताया कि अब तक 22 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि करीब 30 लोग हिरासत में हैं। गिरफ्तार लोग मस्जिद के आसपास के इलाके के रहने वाले हैं, जो तौकीर रजा का वीडियो देखकर जमा हुए थे। पुलिस CCTV फुटेज के जरिए बाकी उपद्रवियों की पहचान कर रही है।