बेगूसराय : बिहार के बेगूसराय जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार तेज़ होता जा रहा है। तेघड़ा में दो दिन पहले हुए एनकाउंटर के बाद अब साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र में जिला पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक और बड़ी कार्रवाई की है।
देर रात मल्हीपुर और शालिग्रामी गांव के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस की गोली से कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस की ओर से आधिकारिक बयान का इंतजार जारी है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है, जब एक दिन पहले ही भाजपा नेता और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को नीतीश कुमार सरकार में गृह विभाग का प्रभार सौंपा गया है। इससे पहले लगभग दो दशक तक यह प्रभार नीतीश कुमार के पास ही था।
जानकारी के अनुसार गुरुवार देर रात एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि तेघड़ा थाना क्षेत्र का शातिर एवं फरार अपराधी शिवदत्त राय मल्हीपुर इलाके में हथियार खरीदने पहुंचने वाला है। सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर इलाके में सर्च ऑपरेशन और घेराबंदी में जुट गई।
जैसे ही पुलिस टीम शालीग्राम गांव के पास पहुंची, दो बाइक पर सवार करीब छह बदमाशों ने अचानक पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। इसी दौरान एक गोली शिवदत्त राय की जांघ में लगी और वह जमीन पर गिर गया। मौके का फायदा उठाकर उसके पाँच अन्य साथी अंधेरे में फरार हो गए।
घायल शिवदत्त राय से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने इलाके में एक घर पर छापेमारी की। छापेमारी में नौ पिस्टल, भारी मात्रा में कफ सिरप, नकद राशि और अन्य अवैध सामान बरामद किए गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार अपराधियों की ओर से 6–7 राउंड फायरिंग की गई, जबकि पुलिस ने आत्मरक्षा में तीन राउंड गोलियां चलाईं।
पुलिस के अनुसार शिवदत्त राय तेघड़ा के धनकौल पंचायत के सरपंच पुत्र की हत्या का आरोपी है और करीब दो वर्षों से फरार था। इसके अलावा उस पर कई अन्य गंभीर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। पुलिस अब फरार अपराधियों की तलाश में अभियान तेज कर रही है। बेगूसराय में लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से साफ है कि जिला पुलिस और एसटीएफ अपराध पर सख्ती से नकेल कसने के मूड में हैं।
