मुंगेर : मुंगेर पुलिस और बिहार एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गंगा पार तारापुर दियारा इलाके में अवैध हथियार निर्माण के एक बड़े अड्डे का खुलासा किया गया है। इस दौरान पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए अवैध हथियार बना रहे तीन कारीगरों को गिरफ्तार किया है। छापेमारी में भारी मात्रा में निर्मित और अर्धनिर्मित हथियारों के साथ हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि तारापुर दियारा इलाके में कुछ लोग मिलकर अवैध हथियारों की मिनी फैक्ट्री चला रहे हैं और विभिन्न प्रकार के हथियारों का निर्माण किया जा रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया, जिसमें मुफस्सिल थानाध्यक्ष विपिन कुमार सिंह, सशस्त्र बल और बिहार एसटीएफ के जवान शामिल थे।
एसपी ने बताया कि संयुक्त टीम ने तारापुर दियारा इलाके में छापेमारी कर तीन अभियुक्तों छबीला सिंह, सौरभ कुमार और सिंटू कुमार को गिरफ्तार किया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 7 बेस मशीन, 2 पिस्टल, 1 अर्धनिर्मित देशी पिस्टल, 4 जिंदा कारतूस, 2 ड्रिल मशीन, 2 मैगजीन और 3 अर्धनिर्मित मैगजीन सहित हथियार निर्माण में प्रयुक्त भारी मात्रा में उपक्रम बरामद किए।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त सौरभ कुमार पहले भी मई 2025 में मुफस्सिल थाना क्षेत्र में मिनी गन फैक्ट्री के एक मामले में जेल जा चुका है, जबकि सिंटू कुमार अगस्त 2023 में बरियारपुर थाना क्षेत्र में मिनी गन फैक्ट्री के मामले में जेल जा चुका है। तीनों अभियुक्त पेशेवर कारीगर हैं और हाल ही में जेल से बाहर आने के बाद कुछ माह पूर्व दियारा इलाके में फिर से अवैध हथियार निर्माण का काम शुरू कर दिया था।
एसपी ने यह भी बताया कि जिस स्थान पर मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया, वहां पहुंचने के लिए पुलिस टीम को करीब तीन घंटे पैदल चलना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस सफल कार्रवाई में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को अवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस अवैध धंधे में कई अन्य लोगों की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है और जल्द ही सभी संबंधित लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी।
