सहरसा : सहरसा में जदयू प्रखंड अध्यक्ष जवाहर यादव की हत्या की डील दस लाख में तय हुई थी। हत्या की साजिश करने वाले ने हत्यारों को घटना से पहले 5 लाख रुपये दिए थे और बाकी का शेष राशि घटना के बाद देना था। इस मामले में पुलिस ने चार अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले इस घटना के नामजद अभियुक्त को दबोचा और फिर उसके निशानदेही पर अन्य तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार किया। उन अपराधियों ने घटना को लेकर पूरी कहानी पुलिस को सुनाई।
गिरफ्तार किये गये अपराधियों ने घटना के संबंध में बताया कि जदयू प्रखंड अध्यक्ष जवाहर यादव की हत्या करने वाला मुख्य सूटर आशीष आनंद है और हत्या करवाने वाला मृतक का पड़ोसी संतोष गुप्ता और नरेश गुप्ता हैं। सुरेश और नरेश दोनों भाई हैं जो जमीन का कारोबार करते हैं। मृतक जदयू नेता भी नेतागिरी के साथ-साथ जमीन का कारोबार करते थे।
जमीनी कारोबार की वजह से मृतक जवाहर यादव के साथ इन दोनों भाइयों का पूर्व से विवाद चला आ रहा था। इसी बीच रजौड़ा निवासी आशीष आनंद से भी जवाहर यादव से विवाद हो गया। इन विवादों के बाद आशीष आनंद, सुरेश यादव और नरेश यादव तीनों एक साथ मिलकर योजना बनाये और तीनों ने मिलकर आशीष को दस लाख में हत्या की सुपारी दे दी।
आशीष ने अपने गुर्गों के साथ 16 अगस्त की शाम जब जवाहर यादव सैलून में दाढ़ी बनाने गये थे, तभी अपराधियों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया। इस घटना में उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले में मुख्य सूटर आशीष आनंद सहित पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक, हथियार और मोबाइल बरामद किये हैं।