झारखंड : बोकारो में कुरमी समाज का रेल रोको आंदोलन, कई ट्रेनों का परिचालन बाधित

Bokaro-Kurmi

बोकारो : कुर्मी (कुरमी) जाति ने अपने अधिकारों की मांग को लेकर बोकारो में रेल रोको आंदोलन किया। छेंका/रेल टेका डहरे के तहत चंद्रपुरा रेलवे जंक्शन पर प्रदर्शनकारियों ने रेल परिचालन रोककर कई ट्रेनों को प्रभावित किया। इस आंदोलन में झारखंड की कई स्थानीय राजनीतिक पार्टियों ने भी समर्थन दिया। आंदोलनकारियों की मांग में कुरमी जाति को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल करना और कुड़मांली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज करना शामिल है।

चंद्रपुरा रेलवे जंक्शन पर रांची राजधानी एक्सप्रेस को लगभग दो घंटे तक रोक दिया गया। इसके अलावा गोमो, चोपन और प्रयागराज मार्गों पर भी रेलवे संचालन बाधित हुआ। इस दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में था और रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बल तैनात किए गए। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया।

आंदोलन कर रहे नेता अमित महतो ने कहा कि झारखंड में सबसे अधिक विस्थापन और जमीन हानि कुरमी समाज के लोगों को हुई है। उन्होंने बताया कि विकास कार्यों में उनकी जमीन का सबसे अधिक इस्तेमाल हुआ है। इसलिए सरकार को कुरमी जाति को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल करना अनिवार्य है। 

उन्होंने यह भी कहा कि अलग राज्य झारखंड आंदोलन में कुरमी समाज ने सबसे अधिक योगदान और बलिदान दिया। रेल रोको आंदोलन के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस प्रशासन ने आंदोलन की मॉनिटरिंग करते हुए किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की।