झारखंड : राष्ट्रपति मुर्मू ने बोकारो के अंतरराष्ट्रीय चित्रकार सरोज को किया सम्मानित

Bokaro-Painter

बोकारो : बोकारो के अंतरराष्ट्रीय चित्रकार सरोज मिश्रा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ब्यूटी ऑफ ड्रीम (तुलसी विवाह को चित्रों को दर्शाया) के लिए नयी दिल्ली में सम्मानित किया. सम्मान नयी दिल्ली के डॉ आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में ललित कला अकादमी के 64वें राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी अवार्ड सेरेमनी में प्रदान किया गया.

समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अलावा केंद्र के कल्चरल एंड टूरिज्म मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, विभागीय सचिव विवेक अग्रवाल, ललित कला अकादमी के वाइस चेयरमैन डॉ नंदलाल ठाकुर सहित दर्जनों गणमान्य व बुद्धिजीवी शामिल हुए. सरोज के सम्मान से बोकारो के साथ झारखंड गौरवान्वित है. सरोज ने सम्मान पिता स्व ताराकांत मिश्र व माता स्व सुमित्रा देवी को समर्पित किया. इसका श्रेय परिवार और हर विषम परिस्थिति में साथ देनेवालों को दिया है.

अवार्ड पाने वालों में पेंटिंग में सरोज मिश्र, आनंद नाराइन, कनु प्रिया, कश्यप जयंत पी, मानस कुमार दास, निलेश आरवी, पार्थ मंडल, बी गोगोइ, रविकांत झा, टीवी मजुमदार, वीएम धोरे, फोटोग्राफी में आनंद जायसवाल, स्कप्चरल में आशीष घोष, गिरिराज शर्मा, पीपी सिंह, वीएम मोरे, प्रिंट में केसीएस प्रसन्ना, वेणुगोपाल वीजी, इंस्टालेशन में अभिषेक शर्मा के अलावे अन्य विद्या में एसएस तसी शामिल है.

सरोज ने झारखंड का प्रतिनिधित्व किया. सरोज ने कहा, ‘इस सम्मान ने मेरे जीवन को एक नयी दिशा प्रदान की है. मेरी चाहत पूरी दुनिया में भारत की कला को फैलाने की है. लगातार इस क्षेत्र में काम कर रहा हूं. अपना जीवन भी कला के लिए समर्पित कर दिया है.’

राष्ट्रीय ललित कला अकादमी नयी दिल्ली में 5 अगस्त को राष्ट्रीय ललित कला अकादमी के 70 साल पूरे होने पर 64वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. इसमें देश भर से 6,000 से अधिक कलाकारों ने हिस्सा लिया था. इसमें 286 कलाकारों के चित्रों की प्रदर्शनी लगायी गयी थी. प्रदर्शनी में कला के विभिन्न विधा के लोगों का चयन किया गया.

इसमें 20 कलाकारों को राष्ट्रीय ललित कला अकादमी ने सम्मानित किया था. अतिथियों ने भारत की कलात्मक विरासत में उत्कृष्ट योगदान के लिए सभी विजेताओं को बधाई दी थी. चयनित सभी कलाकारों को 24 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नयी दिल्ली में सम्मानित किया.