अमृतसर/जम्मू : पंजाब स्थित अटारी-वाघा सीमा के रास्ते चार दिनों में 850 भारतीय पाकिस्तान से वापस लौट चुके हैं। वहीं, नौ राजनयिकों और अधिकारियों समेत 537 पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौट चुके हैं। रविवार को वापसी की समय-सीमा खत्म हो गई। कुछ पाकिस्तानी हवाई मार्ग से लौटे होंगे। चूंकि भारत का पाकिस्तान के साथ सीधा हवाई संपर्क नहीं है, इसलिए वे संभवतः अन्य देशों के लिए रवाना हो गए होंगे।
अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान से भारत लौटने वालों में 14 राजनयिक और अधिकारी भी हैं। रविवार को एक राजनयिक समेत 116 भारतीय वापस आए। इससे पहले, 26 अप्रैल को 13 राजनयिकों व अधिकारियों समेत 342 भारतीय, 25 अप्रैल को 287 और 24 अप्रैल को 105 भारतीय सीमापार से लौटे थे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों के दो मददगारों (ओवरग्राउंड वर्कर) को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान पकेरपोरा निवासी ताहिर अहमद और करपोरा के शबीर अहमद गनी के रूप में हुई है। आतंकियाें को मदद देने में सक्रिय भूमिका पाए जाने पर दोनों को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम में गिरफ्तार किया गया। ये आतंकियों के आवागमन, आश्रय व रसद में सहायता मुहैया करा रहे थे। स्थानीय युवाओं को आतंकी संगठनों में शामिल कराने में भी ये लिप्त थे।
कुपवाड़ा में आतंकियों ने शनिवार देर रात कांडी खास इलाके में गुलाम रसूल मगरे (45) को घर में घुसकर गोली मार दी थी। अस्पताल में उनकी मौत हो गई। गुलाम का भाई लश्कर आतंकी है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और उनके सहयोगियों के नेटवर्क को पूरी तरह से नेस्तनाबूद करने के लिए सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी है। पुलवामा और बांदीपोरा में दो और आतंकियों के घरों को जमींदोज कर दिया गया है। इस तरह अब तक कुल नौ आतंकियों और उनके सहयोगियों के घरों को ध्वस्त किया जा चुका है।
अधिकारियों ने बताया, रविवार को पुलवामा जिले में आतंकी अमीर नजीर के घर को ध्वस्त किया गया है। वहीं, बांदीपोरा जिले के नाज कॉलोनी स्थित लश्कर के आतंकी जमील अहमद शेरगोजरी के मकान को भी मिट्टी में मिला दिया गया। शेरगोजरी 2016 से ही आतंकी गतिविधियों में लिप्त है। उसके 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में भी शामिल होने का संदेह है। प्रशासन ने शनिवार देर रात को शोपियां जिले के वांडिना जैनापोरा में अदनान शफी नामक एक आतंकी के मकान को भी ध्वस्त कर दिया।
पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर उकसाने वाली हरकतों से बाज नहीं आ रहा। पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को लगातार चौथे दिन सीमा पर फायरिंग की। सैन्य प्रवक्ता के अनुसार पाकिस्तानी सेना की चौकियों से देर रात तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर में हल्के हथियारों से गोलीबारी की गई। इसका भारतीय जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया।
इससे पहले, एलओसी पर बारामुला के उड़ी सेक्टर व कुपवाड़ा में भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसका उसे कड़ा जवाब दिया गया था। शुक्रवार देर रात पाकिस्तानी सेना ने नौगाम, उड़ी, केरन और तंगधार सेक्टर में फायरिंग की थी। उड़ी सेक्टर के सिलीकुट गांव निवासी इरशाद ने बताया कि गोलीबारी से लोग सहमे हुए हैं। किसान सीमावर्ती इलाकों में अपने खेतों में जाने से बच रहे हैं।