नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वे पेश कर दिया है। करीब दोपहर 2 बजे राज्यसभा में इसे रखा जाएगा। आर्थिक सर्वे में सरकार के खर्चों से लेकर कमाई तक का ब्योरा दिया जाएगा।
वित्त मंत्रालय ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश होने के बाद दोपहर में मीडिया को संबोधित करेंगे।
आर्थिक सर्वे एक तरह का रिपोर्ट कार्ड है। इसमें देश के विकास का दृष्टिकोण प्रस्तुत होता है। यह सर्वे अर्थव्यवस्था की स्थिति, संभावनाओं और नीतिगत चुनौतियों का विस्तृत विवरण देता है। आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों पर सांख्यिकीय जानकारी और विश्लेषण के साथ-साथ रोजगार, जीडीपी वृद्धि, मुद्रास्फीति और बजट घाटे पर डेटा प्रदान करता है।
वर्ष 1950-51 में देश का पहला इकोनॉमिक सर्वे पेश हुआ था। आपको बता दें कि पहले इसे बजट के साथ ही पेश किया जाता था। लेकिन, वर्ष 1964 से बजट से एक दिन पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश करने की परंपरा शुरू की गई।
आर्थिक सर्वे में देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति, संभावनाओं और नीतिगत चुनौतियों का ब्योरा होता है। इसके अलावा इसमें बीते वित्त वर्ष के रोजगार, जीडीपी, मुद्रास्फीति और बजट घाटे की भी जानकारी दी जाती है और कई महत्वपूर्ण आंकड़े जारी होते हैं।