मुंबई : आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य स्मारक बनना की योजना को हरी झंडी मिल गई है। महाराष्ट्र सरकार ने इसके लिए शुक्रवार को एक शासनादेश (जीआर) जारी किया है। इसका एलान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहले ही कर चुके हैं।
उन्होंने आगरा के एक कार्यक्रम में पिछले महीने 19 फरवरी को ऐसी इच्छा जाहिर की थी। छत्रपति शिवाजी महाराज का आगरा से गहरा नाता रहा है। औरंगजेब ने शिवाजी महाराज को आगरा में नजरबंद कर दिया था। जहां से वे साल 1666 में अपने बेटे के साथ भाग निकले थे।
अब महाराष्ट्र सरकार उसी जगह पर उत्तर प्रदेश सरकार की मदद से शिवाजी महाराज का स्मारक बनाएगी। इसे लेकर सरकारी आदेश ऐसे समय में जारी हुआ है, जब नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर बवाल मचा है।
छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बनाने के लिए राज्य के पर्यटन मंत्री के नेतृत्व में इतिहासकारों की एक समिति गठित की गई है। इस संबध में जारी जीआर में कहा गया है कि पर्यटन विभाग को स्मारक का निर्माण करने, इसके लिए धन जुटाने और भूमि अधिग्रहण के पहलुओं पर विचार करने का काम सौंपा गया है।
पर्यटन मंत्री की अध्यक्षता वाली समिति में इतिहासकार और विशेषज्ञ शामिल होंगे तथा यह स्वतंत्र रूप से कार्य करेगी। समिति आगरा में उस परिसर का अधिग्रहण करेगी, जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज को मुगलों ने नजरबंद रखा था।