शिवहर : बिहार की राजनीति में शुक्रवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जब आरजेडी के बागी विधायक चेतन आनंद ने अपने विधानसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना त्यागपत्र बिहार विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है।
चेतन आनंद ने 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के टिकट पर शिवहर सीट से भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से उनका पार्टी नेतृत्व से मनमुटाव जारी था। बताया जाता है कि संगठनात्मक निर्णयों और नेतृत्व की कार्यशैली से वे असंतुष्ट थे।
फ्लोर टेस्ट के दौरान एनडीए का समर्थन कर उन्होंने सबको चौंका दिया था। इस कदम के बाद से ही वे आरजेडी नेतृत्व के निशाने पर आ गए थे। कई मंचों से उन्होंने आरजेडी के खिलाफ बयान दिए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों की खुलकर तारीफ की। इस्तीफे की जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की। इसके साथ उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब बिहार की राजनीति में नई शुरुआत का समय आ गया है।
राजनीतिक गलियारों में लंबे समय से यह चर्चा थी कि चेतन आनंद आगामी चुनाव में जेडीयू से उम्मीदवार बन सकते हैं। अब जब 2025 विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं और शिवहर सीट पर 11 नवंबर को मतदान होना है, ऐसे समय में उनका इस्तीफा देना बड़ा राजनीतिक संकेत माना जा रहा है।
इस घटनाक्रम के बाद बिहार की राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई है। शिवहर में उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ इसे नई पारी की शुरुआत बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक अवसरवाद करार दे रहे हैं।