नोएडा : मेट्रिमोनियल साइट के जरिये दोस्ती कर महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर (45) से 56 लाख 40 हजार रुपये की ठगी की घटना सामने आई है। साइबर जालसाज ने पहले फर्जी पहचान व फोटो के जरिए महिला इंजीनियर से दोस्ती की फिर शादी का झांसा भी देने लगा।
एक दिन सूचना दी कि वह विदेश में है और तोहफे में हीरे, गहने, विदेशी मुद्रा लेकर आ रहा है। फिर कुछ ही दिन में फोन कर जानकारी दी कि वह दिल्ली एयरपोर्ट पर आ गया है लेकिन बेशकीमती हीरे-गहने व विदेशी मुद्रा होने के कारण उसे रोक लिया गया है। इसलिए कुछ पैसे की जरूरत है और उसके पास अभी विदेशी मुद्रा ही है अगर भेज देंगी तो मिलते ही वापस कर देगा।
इसके बाद भावनात्मक रूप से पीड़िता को ब्लैकमेल भी किया। पीड़िता समझ नहीं पाई और रकम भेजने लगी। फिर जालसाज के दूसरे साथियों ने कस्टम अधिकारी बनकर भी रकम ट्रांसफर करवाई। अलग-अलग बैंकों के छह खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर कराई गई है। यह पूरी ठगी 10 दिन के अंदर हुई है।
ठगी की जानकारी होने के बाद पीड़ित महिला ने साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36 में शिकायत की है। थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सेक्टर-41 निवासी महिला ने बताया है कि उनके पिता की मौत हो चुकी है। शादी के लिए उन्हें एक योग्य वर की तलाश थी। इसलिए मेट्रिमोनियल साइट पर अपनी प्रोफाइल बनाई थी।
17 जनवरी को मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद का परिचय प्रकाश भाई पटेल के रूप में दिया। बताया कि नंबर साइट पर बनाई गई प्रोफाइल से मिला है वह भी शादी करने के इच्छुक है। इसके पहले एक दूसरे से बात कर जानना-समझना जरूरी है। फिर महिला और कथित प्रकाश भाई की नियमित बात होने लगी।
इस दौरान जालसाज महिला का भरोसा जीतने के लिए फर्जीवाड़े करता रहा। अपना फर्जी पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और फोटो समेत अन्य दस्तावेज भेजे। 23 जनवरी को जालसाज ने कहा वह विदेश में है और 4 दिन बाद भारत लौटेगा। महिला के लिए तोहफे में विदेशी मुद्रा, हीरे के गहने समेत अन्य तोहफे लाने की बात कही।
पहले दोस्त बने जालसाज ने महिला को तोहफे का लालच भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल कर रुपये ट्रांसफर करवाए। इसके बाद जालसाज की सहयोगी महिला ने खुद को वित्त मंत्रालय की अधिकारी बताते हुए फोन कॉल कर धमकी देना शुरू किया। यह भी कहा कि अगर उसे कानूनी कार्रवाई से बचना है तो पैसा भेजना ही होगा।
शिकायतकर्ता महिला को डराने के लिए उसके मोबाइल पर मुंबई कोर्ट का समन भेजा गया। पीड़िता को बताया गया कि अगर उसने जांच में सहयोग नहीं किया तो प्रकाश भाई के साथ उसे भी जेल जाना पड़ सकता है। फिर कथित प्रकाश भाई और महिला अधिकारी शिप्रा का मोबाइल बंद हो गया। 6 बैंक खाते जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है,पुलिस उन खातों की जांच कर रही है। ठगी की रकम में से पुलिस ने 15 हजार रुपये फ्रीज कराए हैं।