चक्रवाती तूफान ‘दाना’ की दस्तक, 23 से 25 अक्टूबर तक मूसलाधार बारिश का अलर्ट

Cyclone-Dana-Bengal

नई दिल्ली : बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र मंगलवार को गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया है. मौसम विभाग ने कहा है कि यह एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा. मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक दबाव क्षेत्र के 23 अक्टूबर तक एक चक्रवाती तूफान और 25 अक्टूबर तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इसका सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में पड़ेगा. तूफान के कारण दोनों राज्यों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों ने अलर्ट जारी किया है. साथ ही मछुआरों को 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है.

मौसम विभाग ने अपने अपडेट बुलेटिन में कहा है कि बंगाल की खाड़ी में गहरे अवदाब का क्षेत्र 23 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा. यह 25 अक्टूबर की सुबह पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और दक्षिणी पश्चिम बंगाल के तटों को गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार करेगा. इस दौरान 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी, जो 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती हैं.

चक्रवाती तूफान डाना से निपटने के लिए ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 10 अतिरिक्त टीम की मांग की है. राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि एनडीआरएफ की मौजूदा टीमों को पहले से ही उन जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है, जिनके चक्रवात डाना से प्रभावित होने की आशंका है. वहीं अतिरिक्त विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल की 17 टीमों को भी चक्रवात की आशंका वाले 10 जिलों में तैनात किया जाएगा. उन्होंने कहा कि तीन अन्य ओडीआरएएफ टीमों को तैयार रखा जाएगा.

तूफान डाना को देखते हुए एहतियातन स्कूलों और कॉलेजों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. ओडिशा के 14 जिलों में 23 से 25 अक्टूबर तक स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है. मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र मंगलवार सुबह गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर पूर्वी तट की तरफ बढ़ गया और इसके गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है.

मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले चक्रवाती तूफान के कारण 24 और 25 अक्टूबर को झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग ने कहा है कि झारखंड के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में बारिश के साथ-साथ 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं. इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है.

कर्नाटक में बारिश का कहर जारी है. बेंगलुरु में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश के कारण मंगलवार को कई इलाकों में बाढ़ आ गई. इसके बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की पांच टीम राहत और बचाव के लिए तैनात किया गया है. भारी बारिश से सबसे अधिक नुकसान उत्तर बेंगलुरु को हुआ है. भाषा इनपुट से साभार

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