दिल्ली : रामजस कॉलेज में छात्रा के साथ छेड़छाड़, शिकायत दर्ज

delhi-ramjas-college

नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। कॉलेज की एक छात्रा ने अपने एक प्रोफेसर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। छात्रा ने इसकी शिकायत कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) में भी दी है।

इन आरोपों को प्रोफेसर ने निराधार बताते हुए कहा कि मामले में उन्हें जबरन फंसाया जा रहा है। मामले के सामने आने के बाद छात्र काफी आक्रोशित हैं और आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

पूरा मामला दो दिसंबर का बताया जा रहा है। कॉलेज में बीकॉम की छात्रा ने आरोप लगाया कि वह रिक्शा से मेट्रो स्टेशन जा रही थी। कॉलेज में कॉमर्स विभाग के प्रोफेसर भी उसी रिक्शे में थे। बाद में वह छात्रा के पीछे गए और उसे कॉफी पीने की पेशकश की। छात्रा का आरोप है कि बाद में उन्होंने छेड़छाड़ का प्रयास किया। इससे वह घबरा गई और घर जाने के बाद अपने दोस्तों को घटना की जानकारी दी।

छात्रा ने 20 दिसंबर को आईसीसी में घटना के संबंध में बताया और 23 दिसंबर को लिखित शिकायत दी। इस घटना से आक्रोशित छात्रों ने मंगलवार को कॉलेज प्राचार्य प्रो. अजय अरोड़ा से मिलकर प्रोफेसर पर कार्रवाई की मांग की। प्रो. अरोड़ा ने कहा कि छात्रा की ओर से आईसीसी में शिकायत दी गई है। अब कमेटी जांच करेगी।

यह काफी संवेदनशील मामला है। इसमें जो भी किया जाएगा वह नियमों के तहत होगा। अभी फिलहाल प्रोफेसर को सस्पेंड नहीं किया गया है। ऐसे मामलों में एक सामान्य प्रक्रिया होती है, जिसके तहत प्रोफेसर को छात्रा की कक्षा लेने से मना किया गया है।

वहीं, आरोपी प्रो. ने इस पूरे मामले को फर्जी बताते हुए कहा कि उन्हें जबरन फंसाया जा रहा है। उन्होंने कॉलेज के ही कुछ शिक्षकों पर आरोप लगाया कि वह छात्रों को भड़काकर यह शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। बताते चलें कि आरोपी प्रोफेसर डीयू के डीन स्टूडेंट वेलफेयर में संयुक्त डिप्टी डीन स्टूडेंट वेलफेयर भी हैं।

बताया जा रहा है कि आरोपी प्रोफेसर पर वर्ष 2013 कॉलेज के एक सहयोगी के साथ अभद्रता और वर्ष 2021 में छात्राओं के एक समूह के साथ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप भी लग चुका है। एक पूर्व के मामले में शिकायत समिति ने कॉलेज में उन्हें प्रशासनिक पद पर रहने पर रोक लगाई थी, लेकिन प्रबंध समिति से मंजूरी नहीं मिली।

बुधवार को एबीवीपी ने मंगलवार को इस मामले में प्रदर्शन कर उन पर कार्रवाई करते हुए उचित कानूनी और प्रशासनिक दंड देने की मांग की थी। रामजस कॉलेज की एबीवीपी इकाई और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तरी दिल्ली पुलिस उपायुक्त से मिलकर इस पूरे मामले से भी अवगत कराया है। इस संबंध में पुलिस को एक ज्ञापन भी दिया गया है।