नई दिल्ली : बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस ने एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) की सूचना पर स्वरूप नगर इलाके में चल रहे देह-व्यापार का खुलासा किया है। यहां एक महिला अपने साथियों के साथ मिलकर नाबालिग लड़कियों से देह-व्यापार करवा रही थी। पुलिस ने छापेमारी करते हुए महिला समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
मौके से पुलिस ने 15 साल की एक महिला व गर्भवती महिला समेत कुल चार महिलाओं को मुक्त कराया है। पकड़े गए आरोपियों में तीन ग्राहक भी शामिल हैं। पुलिस ने जबरन देह-व्यापार कराने, पॉक्सो समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को मौके से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ है।
बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस हरेश्वर स्वामी ने बताया कि बुधवार को एक एनजीओ के ज्योति और शिवम ने पुलिस को एक मकान में नाबालिगों से जबरन देह-व्यापार कराने की सूचना दी थी। इन्होंने बताया कि गली नंबर-3, स्वरूप नगर में देह-व्यापार का धंधा चल रहा है। सूचना के बाद फौरन एक टीम का गठन किया गया।
एनजीओ का शिवम नकली ग्राहक बनकर देह-व्यापार के अड्डे पर पहुंचा। वहां उसने एक दलाल को एक हजार रुपये ऑन लाइन दे दिए। इसके बाद उसने पुलिस टीम को इशारा कर दिया। टीम मौके पर पहुंची तो वहां भारती (50) नामक महिला, इसके सहयोगी देवेश यादव (40) और अर्जुन कुमार मिले।
इसके अलावा तीन ग्राहक साजिद, अखिलेश और रजनीश भी वहां पर मौजूद थे। पुलिस ने इन सभी छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने देह-व्यापार के अड्डे से 15 साल की किशोरी, 25 साल की गर्भवती महिला, 35 और 52 साल की महिलाओं को मुक्त कराया। इनसे जबरन देह-व्यापार कराया जा रहा था।
मुक्त कराई लड़कियों ने बताया कि भारी, देवेश और अर्जुन ने इनको देह-व्यापार के लिए बुलाया था। पुलिस को भारी मात्रा में यहां से आपत्तिजनक सामान के अलावा एक डायरी मिली है। इसमें देह-व्यापार का हिसाब-किताब लिखा हुआ है। पुलिस इनसे पूछताछ कर पता लगा रही है कि कब से यह लोग देह-व्यापार का रैकेट चला रहे थे।