धनबाद : आतंकी गतिविधियों की जांच मामले में एटीएस पहुंची वासेपुर, पति-पत्नी समेत 4 हिरासत में

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धनबाद-NewsXpoz : जम्मू कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले के बाद झारखंड में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने और स्लीपर सेल नेटवर्क को खंगालने एटीएस की टीम शनिवार को धनबाद पहुंची। पहलगाम में आतंकी घटना होने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी से मिले इनपुट के आधार पर शनिवार की अहले सुबह धनबाद के वासेपुर, भूली में एटीएस की टीम ने आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर दबिश देते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया। एटीएस ने वासेपुर के समीप से पति-पत्नी को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।

धनबाद : आतंकी गतिविधियों की जांच मामले में एटीएस पहुंची वासेपुर, पति-पत्नी समेत 4 हिरासत में👉👉 newsxpoz.com/dhn-ats-wass…जम्मू कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले के बाद झारखंड में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने और स्लीपर सेल नेटवर्क को खंगालने एटीएस की टीम शनिवार को धनबाद पहुंची। Follow Us 🙏 NewsXpoz🙏 Whatsapp Channel👇: whatsapp.com/channel/0029…

NewsXpoz (@newsxpoz.bsky.social) 2025-04-26T09:49:36.850Z

सूत्रों की मानें तो एटीएस टीम ने वासेपुर स्थित एक मकान से लैपटॉप और कई संदिग्ध दस्तावेज जब्त किये है। जबकि भूली स्थित एक आवास से पेन ड्राइव समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद किया है। इन लोगों पर फर्जी तरीके से जाली आधार कार्ड सहित नागरिकता संबंधी कई सरकारी दस्तावेज बनाने के भी आरोप है। इनका लिंक दुबई में कुछ आवांछित लोगों से होने की भी बात सामने आ रही है।

सूत्रों की मानें तो एटीएस टीम को कई विदेश हथियार तथा ग्रेनेड वासेपुर में होने की सूचना थी। जबकि एटीएस को छापेमारी में छोटे हथियार मिलने की सूचना है। इस मामले मे जिले के वरीय पुलिस अधिकारी कुछ भी बताने से बच रहे है। हालाँकि उन्होंने यह जरूर कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला है।

मालूम हो कि भारत में खिलाफत घोषित करने और गंभीर आतंकी साजिश रचने को लेकर झारखंड एटीएस और भारत सरकार की केंद्रीय एजेंसियों ने अलकायदा के मॉड्यूल को वर्ष 2024 में बर्स्ट किया था। उस मॉड्यूल को तैयार करने में डॉक्टर, शिक्षक समेत गरीब तबके वाले तक शामिल थे। एजेंसी की जांच में अलकायदा के इस मॉड्यूल को लेकर कई गंभीर खुलासे हुए थे।

झारखंड में कुछ लोग आतंकी संगठन अल-कायदा से प्रेरित होकर झारखंड में भी एक आतंकी गुट बनाने की राह पर चल पड़े थे। जिसकी पहल एक एमबीबीएस डॉक्टर यानी डॉक्टर इश्तियाक अहमद ने शुरू की थी। इस मामले मे रांची से डॉक्टर इश्तियाक को अगस्त 2024 में गिरफ्तार किया गया था। आरोपी डॉक्टर के पास से बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उसके अंतरराष्ट्रीय लिंक होने की गवाही दे रहे हैं, जिसकी जांच फिलहाल चल रही है।