धनबाद : DC-SSP कार्यालय के पुराने बोर्ड से लोग दिग्भ्रमित, फरियादियों की बढ़ी परेशानी

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धनबाद-NewsXpoz : शहर के प्रमुख चौक-चौराहें, मुख्य सड़क पर लगे ग्लोइंग साइन बोर्ड लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे है। क्योंकि जनवरी 2024 में डीसी-एसएसपी कार्यालय कोर्ट-स्टेशन रोड से मेमको मोड़ में हवाई पट्टी के समीप नए भवन में शिफ्ट हो गया है। लेकिन शहर के कई स्थानों पर लगे हुए साइन बोर्ड में अब भी पुराने कार्यालय ही अंकित है। जिससे जिले के दूर-दराज क्षेत्र से आने वाले ग्रामीण व अन्य लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परंतु जिले के पथ प्रमंडल, नगर निगम कार्यालय के संबंधित अधिकारी इन त्रुटियों के प्रति लापरवाह बने हुए है। जबकि डीसी-एसएसपी भी इस समस्या के प्रति अंजान बने बैठे है।

शहर के रणधीर वर्मा चौक, कोर्ट परिसर जैसे स्थानों पर सड़क किनारे लगे महत्वपूर्ण साइन बोर्ड वर्त्तमान में भी पुराने डीसी-एसएसपी ऑफिस को इंगित करते देखे जा सकते है। जिसका खामियाजा दूर-दराज से आने वाले भोले-भाले ग्रामीणों व आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि ऐसी बेपरवाही का अनुचित फायदा दलाल किस्म के लोग और ऑटो-टोटो चालक रोजाना उठा रहे है। इससे लोगों की जेब ढ़ीली हो रही है, साथ ही समय की बर्बादी से कई लोग समय पर अपने कार्यों को पूरा नहीं कर पा रहे है।

कोर्ट रोड स्थित पुराने एसएसपी कार्यालय के मेन गेट पर लगे वरीय आरक्षी अधीक्षक कार्यालय का बोर्ड नहीं बदले जाने की वजह से दलालों की चांदी हो चुकी है। धनबाद कोर्ट पहुंचने वाले कई भोले-भाले ग्रामीण कथित दलालों के चक्कर में पड़ कर पुराने एसएसपी कार्यालय जाते है, जहां कथित दलाल उन्हें एसएसपी कार्यालय होने का झांसा देते है।  

मालूम हो कि पिछले आठ माह से डीसी-एसएसपी का कार्यालय मेमको मोड़ में हवाई पट्टी के समीप नए भवन में कार्य कर रहा है। डीसी-एसएसपी समेत जिले के कई वरीय अधिकारी भी नए भवन में अपना योगदान दे रहे है। आठ माह गुजर जाने के बाद भी जिला प्रशासन, पुलिस विभाग के पुराने साइन बोर्ड में बदलाव नहीं किये जाने से लोग प्रभावित व दिग्भ्रमित हो रहे है।

केस स्टडी – 1 : तोपचांची प्रखंड के एक  गाँव से पहुंचे ग्रामीण ने धनबाद प्रेस क्लब पहुंचकर मीडिया को बताया कि वह उपायुक्त के जनता दरबार में अपनी शिकायत बताने पहुंचा है। लेकिन उसे डीसी ऑफिस के नए भवन में शिफ्ट होने  का पता  समय पर नहीं चल सका। जिससे उसका काफी समय बर्बाद हो गया और व अपनी परेशानी को उपायुक्त के समक्ष दर्ज नहीं करा सका। क्योंकि ऑटो वाले ने डीसी ऑफिस पहुंचने के लिए रणधीर वर्मा चौक पर पहुंचा दिया था।  

केस स्टडी – 2 : टुंडी प्रखंड का एक ग्रामीण एसएसपी से मिलकर अपनी शिकायत बताने सोमवार को धनबाद आया था। पुराने एसएसपी ऑफिस के समीप एक कथित दलाल ने उससे कुछ रुपए ऐठ कर एसएसपी से भेंट कराने की बात कही। उसके बाद उक्त कथित दलाल ने ग्रामीण को अपने साथ लेकर पुराने एसएसपी कार्यालय परिसर में पहुंचा। वहां उसने ग्रामीण को झांसा देते हुए बताया कि ‘सर, आज नहीं आए है’। वह उसे शिकायत पत्र दे दे और चला जाए। बाद में ग्रामीण की मुलाकात एक पत्रकार से हुई तो उसे सही बात बताई गई। जिसके बाद ग्रामीण को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ। लेकिन तबतक कथित दलाल फरार हो चूका था।  

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