धनबाद : झारखंड का अनोखा रेलवे स्टेशन, जहां मिलता है टिकट पर नहीं आती ट्रेन

Dhn-Jharia-Station

धनबाद-NewsXpoz : भारतीय रेलवे को हमारे देश यानी भारत की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसी लाइफ लाइन से लाखों जिंदगियां रोजाना सफर करती हैं। बिना टिकट के सफर करने की बात तो आप लोगों ने बहुत सारी सुनी होंगी। हालांकि, ये नंबर इतना ज्यादा बड़ा नहीं है ज्यादातर लोग ट्रेन का टिकट खरीदकर ही सफर करते हैं।

धनबाद : झारखंड का अनोखा रेलवे स्टेशन, जहां मिलता है टिकट पर नहीं आती ट्रेन👉👉 newsxpoz.com/dhn-jharia-s…देश के झारखंड राज्य के धनबाद जिले से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित झरिया पुराना स्टेशन है। जहां लोग टिकट खरीदने के बावजूद यात्रा नहीं कर पाते हैं। Follow Us 🙏 NewsXpoz🙏 Whatsapp Channel👇: whatsapp.com/channel/0029…

NewsXpoz (@newsxpoz.bsky.social) 2025-04-14T04:44:31.398Z

जो लोग बिना टिकट के सफर करते हुए पकड़े जाते हैं, परिणाम स्वरूप उन लोगों को जुर्माना भरना पड़ता है। इसके बावजूद अक्सर बिना टिकट के लोग सफर करते हैं। लेकिन इस सब के परेय आपने कभी ये सुना है कि लोगों ने टिकट तो खरीदा पर सफर नहीं किया।

अगर नहीं, तो कोई आश्चर्य की बात नहीं, बहुत से लोग ऐसी बहुत सी बातों से अंजान हैं। लेकिन आज हम आपको इस खबर के जरिए एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताएंगे जहां पर लोग टिकट काउंटर से टिकट तो खरीदते हैं पर ट्रेन नहीं आती है।

कहां है ये रेलवे स्टेशन : जी हां आप बिलकुल सही पढ़ रहे हैं, देश के झारखंड राज्य के धनबाद जिले से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित झरिया पुराना स्टेशन है। जहां लोग टिकट खरीदने के बावजूद यात्रा नहीं कर पाते हैं। ये अनोखा रेलवे स्टेशन धनबाद के झरिया में स्थित है। इस अनोखे रेलवे स्टेशन का नाम झरिया स्टेशन है।

इस रेलवे स्टेशन के आसपास के क्षेत्र के लोग हर दिन यहां से टिकट को खरीदते हैं पर ट्रेन कही और से पकड़ते है। आसपास के क्षेत्र के लोग प्रति दिन रेलवे स्टेशन से टिकट खरीदते हैं और बिना यात्रा किए वापस चले जाते हैं।

यह है कारण : अब सवाल ये है कि आखिर ये लोग ऐसा करते क्यों हैं? NewsXpoz की टीम जब स्थानीय लोगों से बात कि तो उन्होंने बताया कि यह स्थान अग्नि प्रभावित क्षेत्र है। झरिया भू-धंसान अग्नि प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोग धधकती आग के ऊपर जहरीली गैस के रिसाव के बीच गुजर-बसर करने को मजबूर हैं।

एक तरफ सूर्य का तेज ताप तो दूसरी ओर धरती से निकलती आग। जिस कारण से रेल लाइन धस गई है। जिस कारण ट्रैन के परिचालन को ठप कर दिया गया है।

2002 में बंद हुआ रेलवे स्टेशन : साल 2002  में इस रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया था। कहा जाता था कि अग्नि प्रभावित क्षेत्र के कारण झरिया पुराना स्टेशन को बंद कर दिया गया। जबकि टिकट काउंटर आज भी खुला है।

झरिया, धनबाद का एक पुराना रेलवे स्टेशन है, जहाँ अब टिकट मिल जाता है, लेकिन ट्रेनें नहीं रुकतीं। यह स्टेशन खंडहर में तब्दील हो गया है और रात में लोग स्टेशन की तरफ जाने से भी डरते हैं.

खंडहर में तब्दील : झरिया का पुराना रेलवे स्टेशन अब खंडहर में तब्दील हो गया है, जहाँ रखरखाव की कमी के कारण यह भूतिया जगह बन गई है।

टिकट बुकिंग : आज भी इस स्टेशन में एक छोटी सी केबिन से रिजर्वेशन टिकट कटती है, लेकिन शाम 4 बजे तक ही खुला रहता है।

रेल लाइन बंद : साल 2002 में झरिया रेल लाइन पूरी तरह से बंद हो गई, जिसके बाद से यह स्टेशन खंडहर में तब्दील हो गया।

जमीन के नीचे आग : झरिया में जमीन के नीचे लगी आग ने इस स्टेशन को भी निगल लिया है। रिपोर्ट : अमन्य सुरेश (8340184438)