धनबाद : नेशनल हाइवे पर मौत बन दौड़ रहे ओवरलोड वाहन

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धनबाद-NewsXpoz : नेशनल हाईवे पर ओवरलोड वाहन यमदूत बनकर धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। जिसके चलते आए दिन सड़कें खून से लाल हो रही हैं। लेकिन जिम्मेदार महकमों द्वारा यमदूत बनकर दौड़ते इन ओवरलोड वाहनों पर लगाम कसने के बजाए उनकी अनदेखी की जा रही है। क्षेत्र में ऐसे ओवरलोड वाहन सरेआम बिना किसी डर के सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इन पर नकेल कसने वाले जबावदार विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौन बने हुए है। पुलिस और आरटीओ विभाग की नजरों के सामने दौड़ते यह ओवरलोड लोगों के लिए उनकी जान का खतरा बने हुए हैं।

नेशनल हाईवे से गुजर रहे ओवरलोड वाहनों, क्षमता से अधिक भरे वाहनों से दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। इसके बावजूद ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। गौरतलब है कि ट्रालियों में करीब आठ से 10 फीट ऊपर तक भरकर परिवहन किया जा रहा है। गोविंदपुर एनएच पर निगरानी के दौरान, जहां से 22 से अधिक ट्रक गुजरे, जिनमें 18 ट्रक साफ तौर पर ओवरलोड थे। NewsXpoz की टीम ने निरसा से लेकर तोपचांची तक का भी निरीक्षण किया, मगर कहीं भी जांच या रोक-टोक की कोई व्यवस्था नहीं दिखी।

नेशनल हाईवे पर दौड़ रही इन ट्रैक्टर-ट्रालियों की वजह से हादसे की आशंका बनी रहती है। वहीं ट्रक, मेटाडोर, ट्रैक्टर, पिकअप में भूसा भरकर लोग उसको बेचने के लिए पड़ोसी राज्यों में लेकर जा रहे हैं। जिसके चलते रोजाना जिले से कई टन भूसे का परिवहन हो रहा है।

भूसे से भरे ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई भी नहीं की जा रही। जिले में अभी चारा पर्याप्त है, लेकिन परिवहन नहीं रुकता तो परेशान आएगी। यहां से निकल रहे भूसे से भरे वाहन फूप से निकलने नेशनल हाईवे क्षेत्र की सड़कों पर रोजाना भूसे से भरे ओवरलोड वाहनों का निकलना होता है। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही।

नियमों की बात करें तो मोटर वाहन अधिनियम के तहत कोई भी वाणिज्यिक वाहन निर्धारित वजन से अधिक सामान नहीं ढो सकता। ओवरलोडिंग की स्थिति में चालान, जुर्माना, वाहन जब्ती और ड्राइवर के लाइसेंस पर कार्रवाई का प्रावधान है। इसके अलावा फिटनेस और परमिट जांच भी अनिवार्य है, मगर विभागीय लापरवाही के कारण कई ट्रक फिटनेस फेल और बिना वैध परमिट के ही बेधड़क सड़क पर दौड़ रहे हैं।

ओवरलोडिंग के कारण धनबाद क्षेत्र में आए दिन कोई न कोई बड़ा हादसा हो जाता है। इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती और न ही इनसे कोई सबक सीखा जाता। आम लोग इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाते और पुलिस और आरटीओ विभाग के अधिकारी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते। यहीं कारण है कि यह ओवरलोड वाहन बिना किसी डर के सड़कों पर दौड़ते हैं।

स्थानीय लोगों और वाहन चालकों की मांग है कि एनएच पर नियमित जांच अभियान चलाया जाए। जिला परिवहन विभाग और पुलिस को मिलकर ओवरलोड वाहनों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि नियमों का पालन हो और आम लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। रिपोर्ट : अमन्य सुरेश (8340184438)