रांची : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जुलाई से 1 अगस्त तक दो दिवसीय दौरे पर झारखंड आ रही हैं। इस दौरान वे देवघर, रांची और धनबाद जाएंगी। देवघर में एम्स के पहले दीक्षांत समारोह और धनबाद में आईआईटी (आईएसएम) के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी।
राष्ट्रपति के इस दौरे को लेकर मंगलवार को मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि राष्ट्रपति के प्रवास के दौरान सभी व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित कर ली जाएं और कोई कमी न रह जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि सावन माह में देवघर में भारी भीड़ रहती है, ऐसे में श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, इसका ध्यान रखते हुए राष्ट्रपति को एयरपोर्ट से एम्स तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक मार्ग तय किया गया है। ज्ञात हो कि इससे पहले 10-11 जून को राष्ट्रपति का दौरा तय था, जो अपरिहार्य कारणों से स्थगित हो गया था। उस दौरान दी गई सभी तैयारियों के निर्देश इस बार भी लागू रहेंगे।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति के आने से लेकर लौटने तक की हर व्यवस्था के लिए संबंधित विभागों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। वाणिज्य कर विभाग के सचिव अमिताभ कौशल और आईजी अखिलेश कुमार झा को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम की जिम्मेदारी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को दी गई है।
देवघर, धनबाद और रांची के उपायुक्तों ने राष्ट्रपति के आगमन से लेकर प्रस्थान तक सभी कार्यक्रमों के प्रोटोकॉल अनुसार संचालन के लिए विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।
बैठक में मंच की रूपरेखा, प्रत्येक कार्यक्रम के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति, एयरपोर्ट पर रेड कार्पेट, बुके, राष्ट्रीय गान, काफिला (कारकेड) की व्यवस्था, ओपन जीप में फोटोग्राफरों की व्यवस्था, बैगेज वैन व कर्मचारी, छाता, अग्निशमन, स्वास्थ्य, पेयजल और शौचालय जैसी तमाम व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा हुई और जिम्मेदारियां तय की गईं।
इसके अलावा राष्ट्रपति के साथ आने वाले प्रतिनिधियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई। सभी कार्यक्रम स्थलों पर चिकित्सीय सुविधा, अग्निशमन वाहन, साफ-सफाई, पेयजल और अन्य जरूरी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।