नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना की स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह ने इतिहास रच दिया है। दरअसल वह स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस में उड़ान भरने वाली भारत की पहली महिला फायटर पाइलट बन गई हैं। वह एलसीए तेजस का संचालन करने वाली ’18 फ्लाइंग बुलेट्स’ स्क्वाड्रन में शामिल हो गई हैं। वह लगभग 8 साल पहले फाइटर स्क्वाड्रन में शामिल होने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनी थीं।
मोहना सिंह स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ और अवनी चतुर्वेदी के साथ भारतीय वायु सेना में महिला फाइटर पायलटों की शुरुआती तिकड़ी का हिस्सा थीं। शुरुआती दिनों में तीनों पायलटों ने वायुसेना के लड़ाकू बेड़े से कई विमान उड़ाए थे।
वर्तमान में भावना कंठ और अवनी चतुर्वेदी पश्चिमी रेगिस्तान में सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट उड़ा रही हैं। वहीं मोहना सिंह ने हाल ही में जोधपुर में तरंग शक्त अभ्यास में भाग लिया, जहां उन्होंने सशस्त्र बलों के तीन उप प्रमुखों के साथ एक तेजस की एक ऐतिहासिक उड़ान भरी, जबकि अन्य दो उप प्रमुखों, लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि और वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन ने दो लड़ाकू पायलटों के साथ प्रशिक्षक संस्करण उड़ाए। हालांकि सरकार ने साल 201 में महिलाओं के लिए लड़ाकू स्ट्रीम खोली है, इसलिए भारतीय वायुसेना में अब लगभग 20 महिला लड़ाकू विमान पायलट हैं।
बता दें कि बीते दिनों भारतीय वायु सेना, थल सेना और नौसेना के उप प्रमुखों ने जोधपुर में आयोजित किए गए हवाई अभ्यास के दौरान स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (एलएसी) तेजस में उड़ान भरी। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल ए.पी.सिंह ने मुख्य लड़ाकू विमान उड़ाया, जबकि थल सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एन.एस.राजा सुब्रमणि और नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन ने दो सीट वाले विमान में उड़ान भरी। ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ (एचएएल) द्वारा निर्मित तेजस विमान हवाई युद्ध और आक्रामक हवाई सहायता मिशनों के लिए एक ताकतवर विमान है, जबकि इसकी मदद किसी स्थान का सैनिक सर्वेक्षण और जहाज-रोधी अभियान को भी संचालित किया जा सकता है।