गिरिडीह : गिरिडीह में बीते रविवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया। तेज बारिश के दौरान गांधी चौक के पास खेल रहे दो वर्षीय मासूम नाले में गिर गया। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग और पुलिस-प्रशासन मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया।
हालांकि, रात 11 बजे के बाद प्रशासन ने अभियान रोक दिया, जिससे परिजनों और स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। शनिवार को बड़ी संख्या में लोग बड़ा चौक पर जुटकर सड़क जाम कर दिया। लोग प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और आरोप लगाया कि जिला प्रशासन मासूम की जान बचाने में गंभीर नहीं था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले में गिरने जैसी घटना किसी के भी साथ हो सकती है, लेकिन समय पर त्वरित कार्रवाई नहीं होने के कारण बच्चे की जान बचाई नहीं जा सकी। कई घंटों के बाद बच्चे का शव घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर खेत से बरामद किया गया।
मासूम का नाम नहीं बताया गया है, लेकिन वह मंगरोडीह निवासी दिलीप ठाकुर का पुत्र था। दिलीप ठाकुर अपने परिवार के साथ दुर्गा पूजा बाजार आया हुआ था, तभी उनका दो साल का बच्चा नाले में गिर गया।
स्थानीय मनोज सिंह, रामाशीष सिंह और बिंदु झा ने बताया कि प्रशासन ने घटना को हल्के में लिया। नाले की सफाई और उस पर ढक्कन लगाने जैसे एहतियाती कदम समय पर नहीं उठाए गए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो और भी बड़े आंदोलन किए जाएंगे।
दूसरी ओर, प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, लेकिन जनता का गुस्सा प्रशासन की चुप्पी से और बढ़ता जा रहा है।