उदयपुर : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास का गुरुवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष की थीं। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। परिवार के सदस्यों के मुताबिक, इस वर्ष 31 मार्च को राजस्थान के उदयपुर शहर में स्थित अपने घर में आरती करते समय वह गंभीर रूप से झुलस गई थीं।
इसके बाद व्यास को तुरंत उदयपुर के एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया और बाद में उन्हें आगे के उपचार के लिए अहमदाबाद रेफर कर दिया गया।
उनके भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि गुरुवार शाम अहमदाबाद के अस्पताल में उनका निधन हो गया और उनका शुक्रवार को उदयपुर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिवार के सदस्यों के मुताबिक, व्यास घर में गणगौर पूजा कर रही थीं। वह आरती कर रही थीं, उसी दौरान उनके दुपट्टे में नीचे जल रहे दीये से आग लग गई और परिवार के सदस्य उन्हें अस्पताल ले गए।
करीब 90% तक जलने के कारण उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई और अंततः उन्होंने अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में अंतिम सांस ली। परिजनों के अनुसार, उनका पार्थिव शरीर उदयपुर लाया जा रहा है, जहां उनके अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है।
गिरिजा व्यास कांग्रेस की एक अहम नेता थीं। उन्होंने राज्य और केंद्र दोनों सरकारों में मंत्री के रूप में काम किया। वह प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भी रहीं और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रहीं। व्यास के निधन पर कांग्रेस पार्टी ने शोक जताया है।
पार्टी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर व्यास की तस्वीर पोस्ट कर लिखा है, ”कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास जी का निधन भारतीय राजनीति में एक अपूरणीय क्षति है। देश की राजनीति के साथ ही शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उनका अभूतपूर्व योगदान रहा है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह पीड़ा सहने की शक्ति प्रदान करें।”
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने X पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और इसे “अपूरणीय क्षति” बताया। अशोक गहलोत ने लिखा, ”पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ गिरिजा व्यास का निधन हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है।
डॉ. गिरिजा व्यास ने शिक्षा, राजनीति एवं समाज सेवा के क्षेत्र में बड़ा योगदान था। उनका इस तरह एक हादसे का शिकार होकर असमय जाना हम सभी के लिए एक बड़ा आघात है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना करता हूं।”