मप्र : 2.6 KG सोना, 5 किलो की चांदी, लाखों का कैश जब्त; रिटायर्ड PWD इंजीनियर के घर छापेमारी

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 भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक रिटायर्ड इंजीनियर के घर पर छापेमारी की गई है। भ्रष्टाचार विरोधी लोकायुक्त ने रिटायर्ड लोक निर्माण विभाग (PWD) के चीफ इंजीनियर जीपी मेहरा के आवास पर छापेमारी की है। भ्रष्ट रिटायर्ड इंजीनियर के घर से करोड़ों रुपये की आय से अधिक संपत्ति का पता चला है।

भ्रष्ट रिटायर्ड इंजीनियर के घर से करोड़ों रुपये का कैश, 3 करोड़ रुपये से ज्यादा का सोना और चांदी मिली है। उसके फार्म हाउस से 17 टन शहद भी बरामद हुआ है। लोकायुक्त के चार पुलिस उपाधीक्षक (DSP) स्तर के अधिकारियों द्वारा छापेमारी की गई। ये छापेमारी भोपाल और नर्मदापुरम के चार स्थानों पर की गई।

मणिपुरम कॉलोनी स्थित मेहरा के आलीशान घर से अधिकारियों को 8.79 लाख रुपये नकद, लगभग 50 लाख रुपये के आभूषण और 56 लाख रुपये की सावधि जमा राशि मिली। लेकिन असली खजाना उनके दूसरे घर, दाना पानी के पास ओपल रीजेंसी के एक आलीशान अपार्टमेंट में था।

जहां जांचकर्ताओं को 26 लाख रुपये नकद, 3.05 करोड़ रुपये मूल्य का 2.6 किलोग्राम सोना और 5.5 किलोग्राम चांदी मिली। सोहागपुर (नर्मदापुरम) तहसील के सैनी गांव में स्थित फार्महाउस में 17 टन शहद, छह ट्रैक्टर, निर्माणाधीन 32 कॉटेज, सात बनकर तैयार कॉटेज का पता चला है। मछली पालन की सुविधाओं वाला एक निजी तालाब भी इस फॉर्म हाउस में बनाया गया है।

इसके अलावा, एक गौशाला, एक मंदिर, फोर्ड एंडेवर, स्कोडा स्लाविया, किआ सोनेट और मारुति सियाज जैसी लग्ज़री कारें भी मिली हैं। गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित केटी इंडस्ट्रीज तक भी छापेमारी की गई, जिसे मेहरा का व्यावसायिक अड्डा माना जाता है। यहां अधिकारियों को उपकरण, कच्चा माल, 1.25 लाख रुपये नकद और ऐसे दस्तावेज मिले जिनसे पता चलता है कि मेहरा के रिश्तेदार इस फर्म में साझेदार थे।

लोकायुक्त की टीम को 36.04 लाख रुपये नकद, 2.649 किलो सोना, 5.523 किलो चांदी, सावधि जमा, बीमा पॉलिसियां, शेयर दस्तावेज, कई संपत्तियां और चार लग्ज़री कारें मिली हैं। लोकायुक्त अधिकारियों ने पुष्टि की कि संपत्तियों का मूल्यांकन अभी भी जारी है और यह कई करोड़ रुपये में होने की उम्मीद है। इस बीच, ज़ब्त किए गए दस्तावेजों, डिजिटल फाइलों और बैंकिंग रिकॉर्ड की जांच के लिए फोरेंसिक टीमें तैनात की गई हैं। जीपी मेहरा के बेनामी निवेशों का पता लगाया जा रहा है.