नई दिल्ली : यदि आप भी गूगल फोटोज का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। गूगल फोटोज में जल्द ही एक नया फीचर आने वाला है, जो यूजर्स को एआई से बनाई गई तस्वीरों को छांटने में मदद करेगा यानी गूगल फोटोज ही आपको बता देगा कि कोई इमेज एआई की है या नहीं। रिपोर्ट के मुताबिक फोटो और वीडियो शेयरिंग और स्टोरेज सेवा में नए ID टैग जोड़े जा रहे हैं, जो इमेज की AI जानकारी और डिजिटल सोर्स के बारे में जानकारी देंगे। माना जा रहा है कि डीपफेक को रोकने के लिए गूगल इस फीचर पर काम कर रहा है।
डीपफेक हाल के वर्षों में डिजिटल छेड़छाड़ का एक नया रूप बनकर उभरा है। डीपफेक फोटो, वीडियो, ऑडियो फाइलें या अन्य मीडिया हैं जिन्हें AI का इस्तेमाल करके डिजिटल रूप से बनाया या एडिट किया गया है, ताकि गलत जानकारी फैलाई जा सके या लोगों को गुमराह किया जा सके।
उदाहरण के लिए, हाल ही में अभिनेता अमिताभ बच्चन ने एक कंपनी के मालिक के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, जिसमें डीपफेक वीडियो विज्ञापनों में उन्हें उस कंपनी के उत्पादों को प्रमोट करते हुए दिखाया गया था।
Android Authority की एक रिपोर्ट के अनुसार Google Photos एप में एक नई सुविधा जल्द ही यूजर्स को उनकी गैलरी में मौजूद किसी भी इमेज के डिजिटल सोर्स की जानकारी देगी। यह फीचर Google Photos एप के वर्जन 7.3 में देखा गया, हालांकि यह अभी एक्टिव नहीं है।