सिरसा : हरियाणा के सिरसा में डेरा जगमालवाली के संत बहादुर चंद वकील साहिब की अंतिम अरदास व भोग कार्यक्रम वीरवार को होगा। इसको लेकर पुलिस व प्रशासन काफी सतर्क है। विवाद की आंशका के चलते जिले में बुधवार शाम 5 बजे से ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, जोकि वीरवार रात 12 बजे तक बाधित रहेगी। सुरक्षा के दृष्टि से डेरे में पुलिस की आठ और आरएएफ की एक कंपनी तैनात की गई हैं।
संत वकील साहिब के चोला छोड़ने के बाद डेरे की गद्दी को लेकर विवाद चल रहा है। इसको लेकर दो गुट आमने-सामने बने हुए हैं। चार दिन पहले ही संगत ने डेरे के पूर्व प्रमुख संत मैनेजर साहब के भतीजे गुरप्रीत सिंह को गद्दी के लिए बैठाया था। वीरवार को गद्दी व वसीयतनामे के अपने नाम होने की बात कहने वाले विरेंद्र सिंह ढिल्लों भी डेरे में पहुंच गए। उनके आने से दूसरे पक्ष के लोग विरोध जता रहे हैं। ऐसे में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
इस दौरान संत वकील साहब के भाई के बेटे विष्णु व विरेंद्र सिंह ढिल्लों ने पत्रकारों से बातचीत की। विरेंद्र सिंह ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह गलत हैं। संत वकील साहिब से उनका पहले से स्नेह था और वह आज भी जारी है। उन्होंने कहा कि संत वकील साहिब के देहांत से 6 दिन पहले तक उनकी कोई बात ही नहीं हुई थी।
22 जुलाई को वह उनसे अस्पताल में मिलने गए थे। इसके बाद विष्णु का ही फोन उनके पास आया था कि संत वकील से कोई मिलना चाहता है तो मिल ले। वह अब लंबे समय तक जीवित नहीं रहेंगे। विरेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी गद्दी की कोई कामना नहीं है और न ही वह कोई सत्संग करेंगे। डेरे का कार्यभार मैनेजमेंट कमेटी संभालेगी।