पानीपत : निवेशकों के साथ करीब 150 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में आरोपी कंपनी के निदेशक रिंकू ढांडा व उनकी पत्नी सोनिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दंपती ने अपने अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर वर्ष 2019 में जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई थी।
उन्होंने 10 महीने में पैसे दोगुने करने का झांसा देकर लोगों से कंपनी में निवेश कराया था और करीब चार साल तक निवेशकों को योजना का लाभ देने के बाद वर्ष 2024 में कंपनी बंद कर दी थी। पैसा वापस नहीं मिलने पर निवेशकों ने आरोपियों के खिलाफ पानीपत व अन्य जिलों में शिकायत देकर मुकदमे दर्ज कराए थे। कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के पानीपत के थाना चांदनी बाग, थाना किला व थाना सेक्टर 13/17 में एक-एक, करनाल में एक व जींद जिला में दो मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने शनिवार को मामले का पटाक्षेप किया। उन्होंने बताया कि 31 मार्च को न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के सुरेश ने उनको शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि पानीपत निवासी निर्दोष कुमार के साथ उसकी जान पहचान थी। निर्दोष कुमार ने उसको अपनी कंपनी जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमिटेड के बारे में बताया। निर्दोष मई 2023 में रिंकू ढांडा, सोनिया ढांडा व अंजली को साथ लेकर उनके घर आए। उसको 40 सप्ताह में पैसे दोगुने करने की बात कह कंपनी में निवेश करने को कहा।
उसको विश्वास में लेकर तीन जून 2023 को उसकी 10 लाख रुपये की जीएफएक्स की आईडी बनाकर उक्त राशि ले ली। कंपनी की तरफ से उसे किसी प्रकार की रसीद भी नहीं दी गई। आईडी बनने के बाद उसके खाते में थोड़े थोड़े कर 3.43 लाख रुपये वापस मिले। निर्दोष कुमार ने सितंबर 2023 को उसकी 20 लाख रुपये की एक आईडी और बनाकर पैसे ले लिए। इसकी भी रसीद नहीं दी। अक्तूबर 2023 में कंपनी लोगों का पैसा लेकर भाग गई है।
कंपनी के निदेशक व अन्य कर्मियों ने साजिश के तहत लोगों के साथ ठगी की। कंपनी के उक्त चारों आरोपियों ने 40 सप्ताह में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर उससे साथ धोखाधड़ी कर उक्त राशि हड़प ली। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट पुलिस टीम से जांच कराई। सुरेश की शिकायत पर थाना चांदनी बाग की पुलिस में धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत अभियोग दर्ज किया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्पेशल डिटेक्टिव युनिट पुलिस टीम ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी रिंकू ढांडा को पंजाब के रूपनगर में मुरिंडा से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने नामजद व अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी से पैसे हड़पने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। पुलिस ने आरोपी रिंकू ढांडा को न्यायालय में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया। आरोपी ने पूछताछ में अपनी पत्नी सोनिया के साथ पानीपत निवासी दोस्त निर्दोष से मिलकर नेटवर्क मार्केटिंग में लोगों से पैसे हड़पने की साजिश रची और वर्ष 2019 में जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमिटेड पानीपत के नाम से कंपनी बनाई। कंपनी में काफी लोगों ने पैसा निवेश किया।
कंपनी में लेनदेन ज्यादा होने लगा तो जीएफएक्स एकेडमी एंड ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक और कंपनी बनाकर उसका पानीपत टीडीआई सेक्टर-18 में कार्यालय बना लिया। इसमें भी करीब 20 हजार लोगों ने करोड़ो रुपये निवेश किए। निर्दोष की पत्नी अंजली भी कार्यालय में काम करती थी। उनकी कंपनी 10 महीने निवेश की राशि दोगुना कर देती थी। लोगों ने विश्वास कर करीब 150 करोड़ रुपये कंपनी में निवेश कर दिए। उन्होंने करीब चार साल तक निवेशकों को योजना का लाभ देने के बाद वर्ष 2024 में कंपनी बंद कर दी थी।
पुलिस टीम ने शनिवार को मामले में नामजद आरोपी सोनिया को गिफ्तार किया। आरोपी दंपती ने ठगी की राशि से फॉच्यूर्नर व वरना गाड़ी खरीदी थी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से फॉच्यूर्नर, वरना गाड़ी व दो लाख रुपये नकद बरामद किए। दोनों आरोपियों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से उनको न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया है।