हैदराबाद : हैदराबाद की अवैध पटाखा दुकान में आग लगने के कारण लाखों का नुकसान हुआ है। राहत की बात ये रही कि अग्निकांड में कोई हताहत नहीं हुआ। स्थानीय पुलिस ने बताया कि अवैध पटाखा दुकान में आग लगने की घटना सदर बाजार की है। हादसे में एक रेस्त्रां भी जलकर खाक हो गया। हादसे के बाद सामने आई तस्वीरें विचलित करने वाली हैं।
हैदराबाद के सदर बाजार में एक पटाखा दुकान में लगी भीषण आग के कारण लाखों का नुकसान हुआ है। घटनास्थल से सामने आई तस्वीरों में भयावह मंजर सामने आया है। हैदराबाद पुलिस के मुताबिक दुकान अवैध थी। एक रेस्त्रां को भी नुकसान हुआ है। धमाके के समय मौके पर मौजूद 7-8 वाहन भी जलकर खाक हो गए। अग्निशमन दल ने कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाने में सफलता पाई।
हैदराबाद में दिवाली से ठीक पहले पटाखा दुकान में भीषण आग लगने के बाद भाजपा युवा मोर्चा के हैदराबाद इकाई के अध्यक्ष नितिन नंदिकर की तरफ से मिली वीडियो फुटेज समाचार एजेंसी एएनआई ने भी जारी की। मौके पर मची अफरा-तफरी के बीच दमकल कर्मी भी नुकसान को रोकने की जद्दोजहद में जुटे दिखे।
पीड़ित और प्रत्यक्षदर्शी यादवगिरी ने बताया कि वे दिवाली से पहले अपने बेटे के साथ पटाखे खरीदने आए थे… दुकान के अंदर चिंगारी देखते ही हम बाहर कूद पड़े। उन्होंने बताया, ‘मैंने पहले अपने बेटे और एक अन्य महिला को बाहर निकाला और फिर खुद भी बाहर भागा। जैसे ही हम बाहर आए, बहुत तेज धमाका हुआ। दुकान आग की लपटों में घिर गई और धुएं का गुबार उठने लगा।
सुल्तान बाजार इलाके में पारस फायरवर्क्स नाम की दुकान में लगी आग के संबंध में एसीपी के शंकर ने बताया कि दमकलकर्मी रात करीब 10.30-10.45 बजे के बीच आग बुझाने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि जहां आग लगी वह एक रेस्त्रां है। जो पूरी तरह जल गया है। 7-8 कारें भी जल गई हैं।
हादसे के संबंध में जिला अग्निशमन अधिकारी ए वेंकन्ना ने बताया कि हमें रात 9.18 बजे आग लगने की सूचना फोन पर मिली। आग भीषण थी, इसलिए अधिक संख्या में दमकलकर्मियों को बुलाकर आग पर काबू पाया गया।
घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि आग उस समय लगी जब दुकान में पटाखे रखे जा रहे थे। उन्होंने बताया कि एक महिला का हाथ मामूली रूप से झुलस गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे की तस्वीरों और वीडियो में दुकान से आग की लपटें निकलती और पटाखे फूटते दिखे, जबकि लोग दुकान से बाहर भागते नजर आए। प्रत्यक्षदर्शी यादवगिरी ने बताया कि वे दिवाली से पहले अपने बेटे के साथ पटाखे खरीदने आए थे। यादवगिरी के नाबालिग पुत्र राघवेन्द्र भी मौके पर मौजूद रहे। यह पीड़ित और प्रत्यक्षदर्शी बच्चा अपनी आपबीती बताते हुए रो पड़ा।