IND vs SA : भारत पर मंडराया सीरीज गंवाने का खतरा, गेंदबाजी के बाद बल्लेबाजी भी फ्लॉप

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गुवाहाटी : भारतीय टीम पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज गंवाने का खतरा बढ़ गया है। भारतीय टीम का प्रदर्शन गुवाहाटी टेस्ट में गेंदबाजी के बाद बल्ले से भी खराब रहा जिस कारण दक्षिण अफ्रीका ने मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।

दक्षिण अफ्रीका के पहली पारी में 489 रनों के जवाब में भारत की पहली पारी तीसरे दिन 201 रनों पर सिमटी। दिन के खेल की समाप्ति तक दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 26 रन बना लिए हैं और उसकी कुल बढ़त 314 रन की हो गई है। स्टंप्स के समय रेयान रिकेल्टन 13 और एडेन मार्करम 12 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।

भारत को केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने अच्छी शुरुआत दिलाई थी, लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई। भारत पहले ही दो मैचों की सीरीज में 0-1 से पीछे चल रहा है और उस पर सीरीज गंवाने का खतरा मंडरा रहा है। टीम की बल्लेबाजी बेहद खराब रही और टीम फॉलोऑन तक नहीं बचा सकी। 

उसे 289 रन बनाने थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने भारत को फॉलोऑन नहीं खिलाने का और फिर से बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। दक्षिण अफ्रीका ने इस तरह पहली पारी में 288 रनों की बढ़त ली।

भारत को पहली पारी में ऑलआउट करने के बाद मार्करम और रिकेल्टन ने दक्षिण अफ्रीका को अच्छी शुरुआत दिलाई है। भारतीय गेंदबाजों को अब तक एक भी सफलता नहीं मिली। भारत इस स्थिति में अब कम से कम मैच ड्रॉ कराने की सोचेगा, लेकिन सीरीज बचाने के लिए उसके पास एकमात्र विकल्प जीत ही है।

भारत का स्कोर एक समय एक विकेट पर 95 रन था लेकिन इसके बाद उसने 27 रन के अंदर छह विकेट गंवा दिए। पिच से कभी कभार उछाल और थोड़ा टर्न मिल रहा है पर वह अभी भी बल्लेबाजी के लिए अनुकूल है लेकिन अधिकतर भारतीय बल्लेबाजों ने गलत शॉट खेल कर अपने विकेट इनाम दिए। इनमें मुख्य रूप से साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल और कप्तान ऋषभ पंत शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मार्को यानसेन सबसे सफल गेंदबाज रहे। मार्करम ने पांच कैच लेकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भारतीय और बल्लेबाजों को अपने निचले क्रम के बल्लेबाज वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव से सीख लेनी चाहिए जिन्होंने सात विकेट 122 रन पर गिरने के बाद आठवें विकेट के लिए 72 रन जोड़े। उनकी साझेदारी टूटने के बाद भारतीय पारी सिमटने में देर नहीं लगी। पिच में ज्यादा खामियां नहीं थीं और जायसवाल के आकर्षक स्ट्रोक-प्ले ने इसकी पुष्टि की।

भारत के लिए यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 58 रन बनाए, जबकि सुंदर ने 48 रन की पारी खेली। इसके अलावा कोई बल्लेबाज नहीं चला। केएल राहुल 22 रन, साई सुदर्शन 15 रन, कप्तान ऋषभ पंत सात रन, रवींद्र जडेजा छह रन और नीतीश रेड्डी 10 रन बनाकर आउट हुए।

95 पर एक विकेट के बाद 122 रन तक आते आते भारत ने सात विकेट गंवा दिए। ध्रुव जुरेल खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद सुंदर ने कुलदीप यादव के साथ 72 रन की साझेदारी निभाई। सुंदर के आउट होते ही टीम 201 रन पर सिमट गई। कुलदीप 19 रन और बुमराह पांच रन बनाकर आउट हुए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से यानसेन ने छह विकेट लिए, जबकि साइमन हार्मर को तीन विकेट मिले। केशव महाराज ने एक विकेट लिया।