मेलबर्न : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट खेला गया। दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का यह चौथा टेस्ट था। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी।ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए थे। जवाब में भारत की पहली पारी 369 रन पर समाप्त हुई। भारत के सामने 340 रन का लक्ष्य था, लेकिन भारतीय पारी एक दिन में ही सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में 184 रन से हरा दिया है। जीत के लिए मिले 340 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की दूसरी पारी 155 रन पर सिमट गई। भारतीय टीम को आज ही लक्ष्य मिला था, लेकिन टीम इंडिया तीन सत्र भी नहीं खेल सकी और 11 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। मेलबर्न में टीम इंडिया की टेस्ट में यह 13 साल बाद हार है। इससे पहले भारतीय टीम को 2011 में हार मिली थी। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में चार टेस्ट के बाद 2-1 की बढ़त बना ली है। अब पांचवां और आखिरी टेस्ट तीन जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।
टीम इंडिया की हार में स्कॉट बोलैंड और नाथन लियोन की साझेदारी ने अहम किरदार निभाया। इन दोनों ने चौथे दिन शानदार बल्लेबाजी की और भारत को विकेट के लिए तरसा दिया था। दोनों ने 10वें विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी निभाई। इन दोनों की साझेदारी ने भारत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया।
इस साझेदारी की बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया 300 से ज्यादा का लक्ष्य दिया और मनोवैज्ञानिक दबाव भी बनाया। इसके बाद यशस्वी जायसवाल का स्निकोमीटर को लेकर विवाद ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई। यशस्वी को बिना किसी ठोस सबूत के तीसरे अंपायर ने आउट दे दिया था। इसकी सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री दिग्गजों ने आलोचना भी की थी। यशस्वी के आउट होने के बाद पूरी टीम लुढ़क रोहित की कप्तानी में पिछले दो महीने में छह टेस्ट में टीम इंडिया की यह पांचवीं टेस्ट हार है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से हार के बाद भारत को एडिलेड में और फिर अब मेलबर्न में हार मिली है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए थे। स्टीव स्मिथ ने शतक जमाया था। जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 369 रन बनाए।
21 साल के नीतीश रेड्डी ने बेहतरीन शतक लगाया। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 105 रन की बढ़त मिली थी। इसके बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 234 रन पर समेट दिया। बढ़त मिलाकर ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 339 रन की हुई थी और भारत को 340 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन टीम इंडिया न तो यह मैच जीत सकी और न ही ड्रॉ करा सकी, जबकि उनके पास सिर्फ एक दिन था।
अब भारत को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को रिटेन करने के लिए अगला टेस्ट जीतना ही होगा। 2-2 से सीरीज बराबर होने पर भारत के पास ही ट्रॉफी रिटेन होगी। इस हार के साथ ही भारत के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पहुंचने की उम्मीदों को भी झटका लगा है।
अब उसे अन्य टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा। साथ ही सिडनी में अगले टेस्ट को जीतना ही होगा। ड्रॉ या हार टीम इंडिया को रेस से बाहर कर देगी। साथ ही यह मनाना होगा की श्रीलंका अपने घर पर ऑस्ट्रेलिया को दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से हरा दे।
भारत को दूसरी पारी में पांचवें दिन कम से कम 92 ओवर में 340 रन का लक्ष्य मिला था। हालांकि, भारतीय टीम 79.1 ओवर में 155 रन पर सिमट गई। यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के अलावा कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका। यशस्वी ने 208 गेंद में आठ चौके की मदद से 84 रन की पारी खेली। वहीं, ऋषभ पंत ने 104 गेंद में दो चौके की मदद से 30 रन की पारी खेली।
दोनों ने 88 रन की साझेदारी भी निभाई। इसके अलावा कप्तान रोहित शर्मा नौ रन, विराट कोहली पांच रन, रवींद्र जडेजा दो रन, नीतीश रेड्डी एक रन, वॉशिंगटन सुंदर पांच रन (नाबाद), आकाश दीप सात रन बनाकर आउट हुए। वहीं, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज खाता नहीं खोल सके। ऑस्ट्रेलिया की ओर से कप्तान कमिंस और बोलैंड ने तीन-तीन विकेट लिए। वहीं, नाथन लियोन को दो विकेट मिले। मिचेल स्टार्क ने एक विकेट लिया।
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 234 रन बनाए। दूसरी पारी में टीम की बल्लेबाजी खराब रही। मार्नस लाबुशेन ने सबसे ज्यादा 70 रन बनाए। वहीं, कप्तान पैट कमिंस ने 41 रन की पारी खेली। इसके अलावा लियोन ने रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के पांच बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके।
इनमें सैम कोंस्टास (8), ट्रेविस हेड (1), मिचेल मार्श (0), एलेक्स कैरी (2) और मिचेल स्टार्क (5) शामिल हैं। उस्मान ख्वाजा 21 रन और स्टीव स्मिथ 13 रन बनाकर आउट हुए। लियोन ने आखिर में बहुमूल्य 41 रन बनाए और बोलैंड ने 15 रन बनाए। भारत की ओर से बुमराह ने पांच विकेट और सिराज ने तीन विकेट लिए। रवींद्र जडेजा को एक विकेट मिला।
इससे पहले रविवार को भारत ने नौ विकेट पर 358 रन से आगे खेलना शुरू किया और 11 रन जोड़ने में बाकी बचा एक विकेट गंवा दिया। नीतीश रेड्डी आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए। उन्हें नाथन लियोन ने स्टार्क के हाथों कैच कराया। नीतीश ने करीब 279 मिनट मैदान पर बिताए। उन्होंने आखिरी विकेट के लिए सिराज के साथ 36 गेंद में 19 रन की साझेदारी की।
नीतीश ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ आठवें विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी निभाई। सुंदर और नीतीश दोनों ने 150-150 गेंद खेलीं। टेस्ट क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी टीम के आठवें और नौवें नंबर के बल्लेबाज ने 150+ गेंदें खेली हों।
दोनों ने संयुक्त रूप से 285 गेंदें खेलीं यानी करीब 48 ओवर बल्लेबाजी की। सुंदर 162 गेंद में एक चौके की मदद से 50 रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले यशस्वी जायसवाल 82 रन, रोहित शर्मा तीन, केएल राहुल 24 रन, विराट कोहली 36 रन और ऋषभ पंत 28 रन और रवींद्र जडेजा 17 रन बनाकर आउट हुए थे। जसप्रीत बुमराह और आकाश दीप खाता नहीं खोल सके। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस, स्कॉट बोलैंड और नाथन लियोन ने तीन-तीन विकेट लिए। यशस्वी रन आउट हुए थे।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 474 रन पर समाप्त हुई। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के लिए शुरुआती तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़े। इसके बाद स्टीव स्मिथ ने टेस्ट करियर का 34वां शतक लगाया। कप्तान पैट कमिंस ने 49 रन की पारी खेली। स्मिथ 140 रन बनाकर आकाश दीप की गेंद पर आउट हुए। उन्होंने 197 गेंद में 13 चौके और तीन छक्के लगाए। इससे पहले सैम कोंस्टास 65 गेंद में छह चौके और दो छक्के की मदद से 60 रन बनाकर आउट हुए।
ख्वाजा ने टेस्ट करियर का 27वां अर्धशतक लगाया। वह 121 गेंद में छह चौके की मदद से 57 रन बनाकर बुमराह की गेंद पर आउट हुए। वहीं, हेड खाता नहीं खोल सके। उन्हें बुमराह ने क्लीन बोल्ड किया। बुमराह ने फिर मिचेल मार्श को भी सस्ते में निपटा दिया। वह चार रन बना सके। लाबुशेन ने 145 गेंद में सात चौके की मदद से 72 रन की पारी खेली। यह उनके टेस्ट करियर का 22वां अर्धशतक रहा। इसके बाद जडेजा ने कमिंस (49) के साथ-साथ मिचेल स्टार्क को क्लीन बोल्ड किया। स्टार्क 15 रन बना सके। आखिरी विकेट नाथन लियोन के रूप में गिरा। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। वहीं, रवींद्र जडेजा को तीन विकेट मिले। आकाश दीप को दो विकेट मिले, जबकि सुंदर ने एक विकेट लिया।