झारखंड : जसीडीह में स्पीलवे ढलाई के दौरान ढह गया स्लैब, 5 मजदूर गंभीर रूप से घायल

Jasidih-Pool

देवघर : जसीडीह थाना क्षेत्र के पुनासी जलाशय में शनिवार की शाम बड़ा हादसा हो गया. यहां निर्माणाधीन स्पीलवे का स्लैब सेंट्रिंग सहित गिर गया, जिससे मौके पर कार्यरत पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गये. इस हादसे में दो जूनियर इंजीनियरों (जेई) को भी मामूली चोटें आयी हैं. 

हादसे के पीछे निर्माण कार्य में बरती जा रही लापरवाही और घटिया सामग्री के इस्तेमाल की आशंका जतायी जा रही है. घटना शाम करीब 5:00 बजे की है. इस समय जलाशय के स्पीलवे गटर की ढलाई का कार्य चल रहा था. उसी दौरान सेंट्रिंग सहित स्लैब गिर गया.

बताया जा रहा है कि घटना के बाद वहां काम कर रहे मजदूरों में हड़कंप मच गया. इस हादसे में पड़रिया गांव निवासी बालमुकुंद यादव, दिघरिया निवासी मोहन यादव, संथाल बदिया की फूलमणि हेंब्रम, रचयिता हेंब्रम और महारानी हेंब्रम गंभीर रूप से घायल हो गये. सभी को आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें भर्ती कर लिया. 

वहीं, मामूली रूप से घायल हुए जेई मनोज हेंब्रम और संजय श्रीवास्तव को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. डॉक्टरों के अनुसार घायल मजदूरों के हाथ-पैर में गंभीर चोटें हैं और फ्रैक्चर की भी आशंका है. एक्स-रे और सिटी स्कैन की रिपोर्ट के आधार पर आगे का इलाज किया जायेगा.

इधर, घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक सुरेश पासवान अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया. उन्होंने मौके पर सिविल सर्जन डॉ जेके चौधरी को फोन किया. इसके साथ ही घटनास्थल पर एंबुलेंस भेजवाया. 

विधायक ने कहा कि घटना की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी और घायलों को हर संभव सरकारी मदद दिलायी जायेगी. स्थानीय लोगों ने संवेदक और अभियंताओं पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले हाफ लैंथ में ढलाई होती थी, लेकिन अभियंताओं के दबाव में फुल लैंथ में सेंट्रिंग कर ढलाई करवायी जा रही थी.

मजदूरों के अनुसार, उस समय करीब 20-25 मजदूर काम कर रहे थे. इनमें से कुछ सीमेंट मिक्स कर रहे थे, तो कुछ मटेरियल पहुंचा रहे थे. घटना के बाद समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने से नाराज लोगों ने जसीडीह थाने को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और अपनी गाड़ी से घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया. 

गौरतलब है कि पुनासी डेम के कुल 13 पिलर हैं और दो स्पीलवे गटर की ढलाई पहले ही हो चुकी थी. हादसे के बाद संवेदक से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. अब स्थानीय लोग मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं, ताकि निर्माण कार्य में पारदर्शिता लायी जा सके और आगे ऐसे हादसे रोके जा सकें.