रांची : भारत निर्वाचन आयोग की 13 सदस्यीय टीम ने झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा पूरी कर ली है. राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार एवं उनकी टीम ने 2 दिन तक विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया. राजनीतिक दलों की मांगों और आपत्तियों को सुना. फिर सरकार के आला अधिकारियों और चुनाव के दौरान काम करने वाली प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक की. उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिए.
मंगलवार को 2 दिन की यात्रा पूरी करने के बाद निर्वाचन आयोग की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई. इसमें बताया गया कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 2.59 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. 20 सितंबर 2024 तक झारखंड में इतने वोटर हैं. इसमें 1.31 करोड़ पुरुष और 1.28 करोड़ महिला मतदाता हैं. 85 साल से अधिक उम्र के 1.14 लाख वोटर हैं, तो 450 ट्रांसजेंडर भी मतदाता सूची में शामिल हैं.
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में पहली बार मतदान करने वाले वोटर्स यानी 18 से 19 साल के 11.05 लाख मतदाता हैं. 66.48 लाख मतदाताओं की उम्र 20 से 29 साल के बीच है. झारखंड में 1,845 वोटरों की आयु 100 साल या उससे अधिक है. पीवीटीजी वोटर्स की संख्या 1.78 लाख है. झारखंड में कुल 3.64 लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जो इस बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं.
चुनाव की तैयारियों के बारे में झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने मुख्य चुनाव आयुक्त को विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि झारखंड में 20,276 जगहों पर 29,562 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. इनमें से 24,520 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में होंगे. 5,042 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्रों में होंगे. एक मतदान केंद्र पर औसतन 872 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.
के रवि कुमार ने चुनाव आयोग को यह भी बताया कि 1,271 मतदान केंद्रों का संचालन महिलाएं करेंगी. वहीं, 139 बूथ की जिम्मेदारी युवा मतदानकर्मियों को दी गई है. 48 मतदान केंद्र ऐसे बनाए गए हैं, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से दिव्यांग मतदानकर्मियों को सौंपी गई है.
निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने एवं मतदाताओं को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कुछ टेक्नोलॉजी की भी मदद ली जाएगी. जिन ऐप्स की मदद ली जाएगी.