रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए वोटिंग से 2 दिन पहले ही मतदानकर्मियों को उनके मतदान केंद्र के लिए रवाना कर दिया गया. सोमवार को हेलीकॉप्टर, ट्रेन, बस और अन्य माध्यम से उन्हें रवाना किया गया.
झारखंड के वैसे मतदान केंद्र, जो दुर्गम क्षेत्रों में हैं, वहां मतदानकर्मियों की हेलीड्रॉपिंग की गई. यानी दुर्गम क्षेत्रों में जिन मतदानकर्मियों को तैनात किया गया है, उन्हें बूथ तक हेलीकॉप्टर से सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है. इन्हें जिला मुख्यालयों से बूथ के लिए रवाना किया गया.
जिन क्षेत्रों में मतदानकर्मियों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया, वे झारखंड के बेहद नक्सल प्रभावित इलाके रहे हैं. हालांकि, झारखंड में नक्सलवाद का असर कम हुआ है, लेकन पश्चिमी सिंहभूम में अभी भी कई दुर्दांत नक्सली मौजूद हैं. जंगलों में नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए लैंडमाइंस बिछा रखे हैं.
झारखंड चुनाव के दौरान मतदानकर्मियों को चुनाव ड्यूटी के लिए जाते समय किसी परेशानी का सामना न करना पड़े, उनके साथ कोई अनहोनी न हो, इसलिए चुनाव आयोग ने उन्हें बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से मतदान केंद्र तक पहुंचाने की व्यवस्था की है. बूथ के लिए रवाना होने से पहले मतदानकर्मियों को ईवीएम, वीवीपैट और अन्य इलेक्शन मटेरियल का वितरण किया गया.
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, लोहरदगा, गुमला और गढ़वा के दुर्गम क्षेत्रों एवं दूरस्थ क्षेत्रों में 225 मतदान केंद्र हैं. इन केंद्रों तक मतदानकर्मियों को वोटिंग से 2 दिन पहले हेलीकॉप्टर, बस और ट्रेन से भेजा गया है, ताकि वे सुरक्षित पहुंच जाएं. उनकी सुरक्षित वापसी भी आयोग सुनिश्चित करेगा.